शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर किया जा रहा है यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ !


यदि आप प्रशासनिक अव्यवस्थाओं का जीता जागता उदाहरण देखना चाहें तो मध्यप्रदेश के शिवपुरी शहर के रेलवे स्टेशन पर देख सकते है ! यूं तो शिवपुरी रेलवे स्टेशन से 117 स्टेशन सीधे जुड़े हुए है, करीब 22 ट्रेंने शिवपुरी से आती या जाती हैं, WCR ज़ोन और BPL डिवीज़न के अंतर्गत आनेवाले शिवपुरी रेलवे स्टेशन की केटेगरी 3 है परन्तु सुविधाओं के नाम पर इस रेलवे स्टेशन पर कुछ भी नहीं है और प्रशासनिक अनदेखियों के चलते यहाँ आनेवाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है !

शिवपुरी रेलवे स्टेशन पर रात्री के समय स्थिति अत्यंत भयावह हो जाती है, नियमानुसार यहाँ यात्रियों की सुविधा हेतु उन्हे उनके गंतव्य तक पहुँचने हेतु ऑटो चालकों की मनमानी पर नकेल कसने हेतु बनाया गया बूथ (जहाँ से यात्री निर्धारित किराए के अनुसार अपने गंतव्य तक पहुँचते है) मात्र एक शो पीस बन कर रह गया है ! रात्री के समय जब ट्रेन इस स्टेशन पर आती है तो स्टेशन के बाहर निकलते ही यात्रियों को ऑटो चालकों के द्वारा घेर लिया जाता है उन्हें इस “शो पीस बूथ” तक पहुँचने ही नहीं दिया जाता है और रात्री के समय की मजबूरी का फायदा उठा कर यहाँ ऑटो चालकों के द्वारा देश के किसी भी महानगर के समान किराया यात्रियों से वसूला (लूटा) जाता है, यही नहीं इस समय सबसे ज्यादा परेशानी का सामना महिला यात्रियों को करना पड़ता है ! 

“जिसकी लाठी उसकी भैंस” की तर्ज पर ऑटो चालकों के द्वारा सभी नियम कायदों को ताक पर रखकर ऑटो में सवारियों को भेड़ बकरियों की भांति ठूंसा जाता है ! ऑटो चालकों की इस मनमानी का विरोध करने यदि कोई व्यक्ति जनता की सुविधा हेतु बनाए गए इस “शो पीस बूथ” पर जाता है तो उसे वहां से कोई सहायता नहीं मिलती है जो कहीं न कहीं ऑटोचालकों और बूथकर्मी की किसी मिलीभगत को प्रकट करते है ! यहाँ मौजूद कुछ ऑटो चालकों के द्वारा यह भी बताया गया कि कभी कभार यात्रियों सुरक्षा का जायजा लेने हेतु डायल 100 जरूर यहाँ एकआध चक्कर काट कर अपनी जिम्मेदारियों से मुक्ति पा लेती है ! 


खाली पड़ा "बूथ" एवं लाल घेरे में लावारिस हालत में वायरलेस सेट 

ऐसा ही एक मामला गुरुवार की रात्री के समय हमारे संज्ञान में आया जब हमारी टीम द्वारा रेलवे स्टेशन का जायजा लिया गया तब जिस समय भोपाल इंटरसिटी और भिंड कोटा पेसेंजर स्टेशन पर आई हुई थी उस समय यात्रियों को हो रही असुविधा को देखते हुए जब बूथ पर जाकर देखा गया तो बूथकर्मी गहरी नींद में पाए गए और जैसे ही उन्हें परिचय दिया गया तो वह कर्मी घबराहट में बूथ छोड़ कर भाग गया इस दौरान बूथ कर्मी अपना वायरलेस सेट बूथ में ही छोड़ गया जिसे हमने कैमरे में भी कैद कर लिया !

अब देखना यह है कि क्या प्रशासन इस मामले में कोई कदम उठाता है या ....... ?

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