विद्यार्थी मेहनत से बनाये सफल जीवन – एसडीओपी जीडी शर्मा

शिवपुरी के लालमाटी क्षेत्र स्थित मदर टेरेसा स्कूल में फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में एसडीओपी जीडी शर्मा उपस्थित रहे ! बच्चे भी अपने बीच पुलिस अधिकारी की उपस्थिति देख अत्यंत हर्षित हुए ! कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए जीडी शर्मा जी ने बच्चों को मेहनत कर अपना उज्वल भविष्य बनाने हेतु प्रेरित तो किया ही साथ ही कॉम्पटीशन में सफलता पाने हेतु अपने सुझाव बच्चों के बीच रखे ! कार्यक्रम में जीडी शर्मा जी के साथ ही शहर के प्रमुख समाजसेवी अमन गोयल जी ने भी बच्चों को सफलता के सूत्र दिए ! जीडी शर्मा जी एवं अमन गोयल जी के अतिरिक्त वैदिक संस्थान के आचार्य योगेश जी ने भी बच्चों को राष्ट्र धर्म के महत्त्व का बोध करा कर राष्ट्र निर्माण में महत्ती भूमिका का निर्वाहन करने का सन्देश दिया !

मुख्य अतिथियों ने दिया बच्चों के सवालों का जवाब 

मुख्य अतिथि के रूप में पधारे एसडीओपी जीडी शर्मा एवं अमन गोयल ने बच्चों के सवालों का जवाब भी दिया ! बच्चों ने जीडी शर्मा जी से जब पूछा कि पुलिस को देख कर आम जन के मन में भय क्योँ उत्पन्न होता है तो जीडी शर्मा जी ने बेवाकी से जवाब देते हुए कहा कि आज आजादी के बाद भी पुलिस कि छवि वही अंग्रेजों के जमाने की पुलिस की बनी हुई है जिससे जनता उभर नहीं पा रही है पुलिस अपना काम इमानदारी से करती है परन्तु पुलिस के द्वारा किये गए लगभग 99 प्रतिशत अच्छे कार्यों को समाचार पत्रों में स्थान नहीं दिया जाता जबकि पुलिस आम जनता की दोस्त है न की दुश्मन ! 

बच्चों के द्वारा जीडी शर्मा जी से अपने जैसा पुलिस ऑफिसर बनने के सवाल पर उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरूक होने का सन्देश दिया और कहा कि आप पढ़ाई को विशेष महत्त्व दें और दिन में लगभग 4 घंटे विद्यालय के अतिरिक्त पढ़ाई करें जिससे आपके सभी डर समाप्त हो जायेंगे ! बच्चों को शिक्षा एवं मेहनत का महत्वपूर्ण सन्देश देते हुए जीडी शर्मा जी ने कहा कि अपने ईरादों को ऊंचा रखें यदि आप कलेक्टर बनने की तैयारी करते है तो असफल होने पर भी आप उससे नीचे का पद प्राप्त कर सकते है और आगे मेहनत कर निश्चित रूप से कलेक्टर का पद भी प्राप्त कर सकते है, परन्तु यह सब प्रयास करने से ही संभव होगा ! बच्चों के द्वारा समाजसेवी अमन गोयल जी से यह पूछने पर कि आपको समाजसेवा करने हेतु किसने जाग्रत किया के जवाब में उन्होंने कहा कि आप जिसको समाजसेवा समझते है वह समाजसेवा नहीं होती वह तो स्वयं कि सेवा है स्वयं की संतुष्टि के लिए किया जाने वाला कार्य है ! उन्होंने बच्चों को बताया कि जो जरूरतमंद है उसकी मदद कीजिये उसकी चिंता कीजिये ! समाजसेवा हेतु किसी विशेष प्रेरित करने की आवश्यकता नहीं है पता नहीं कब कैसे व्यक्ति प्रेरित हो जाए कहा नहीं जा सकता !

कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के संचालक गजेन्द्र शिवहरे के द्वारा किया गया एवं इस मौके पर विद्यालय परिवार के साथ शहर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे !

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