खुशखबरी ... अब मोदीराज में गाय की सेवा होगा रोज़गार जिसमे मिलेगी नौकरी

जिस गौचर भूमि को पिछले ७० सालों से कहीं ना कहीं सरकार संरक्षण में तथाकथित राजनेताओं के गुर्गों हड़प कर उसे खेती और अपने मकान अदि में प्रयोग करना शुरू कर दिया था जिसके बाद गौ माता के चारे के लिए जमीन ही नहीं बची थी और कुछ गौ माता भूखे मर रही थी तो कुछ सकड़ों पर आ कर पॉलीथिन आदि चबा रही थी . उसी गौचर भूमि की मुक्ति के लिए अब भाजपा सरकार ने उठाया है बड़ा कदम . 

ज्ञात हो की मोदी सरकार ने सड़कों पर लावारिश घूमती गौमाता पर ध्यान दिया है . वो गौ वंश जिसके लिए अक्सर हिन्दू संगठनों और सरकार को आलोचना झेलनी पड़ती थी . अब उसी गौ वंश को संरक्षित करने के लिए भारत सरकार वन भूमि पर गाय के लिए सेंक्चुरीज बनाएगी। इस मामले में भारत सरकार के केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने एक स्वागतयोग्य प्रस्ताव किया है जिसमे प्रारंभिक चरण में भारत के १६ राज्यों के लगभग हर जिले में सेंक्चुरीज की स्थापना के लिए 1,000 हेक्टेयर वन भूमि आवंटित करने का प्रस्ताव हैं .

साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि ऐसा उन जगहों किया जाएगा जहां गाय-बस्ती पर प्रतिबंध है। सूत्रों के अनुसार इसी मामले को लेकर गृहराज्य मंत्री श्री अहीर इसी माह में केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्री डाक्टर हर्षवर्धन जी से मिल सकते हैं . श्री अहीर जी ने कहा कि जिले के स्तर पर सेंक्चुरीज की स्थापना करके गौ वंश को संरक्षित किया जा सकता है साथ ही इसमें खर्च होने वाली लागत के बारे में उन्होंने कहा कि लागत शून्य के बराबर है और मनरेगा का उपयोग करके गायों के लिए चारा वन से जुटाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इस कदम से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा।

उन्होंने आगे कहा कि हमने यह भी सुझाव दिया है कि पूरे देश में गौशाला (गाय आश्रयों) को इन सेंक्चुरीज में स्थानांतरित किया जाए। इस तरह से हम न केवल गायों की तस्करी रोक सकेंगे बल्कि गाय के नाम पर हो रही हिंसा की घटनाओं को भी रोक सकेंगे।

साभार – सुदर्शन न्यूज़

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें