अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के नव निर्वाचित अध्यक्ष और महासचिव – एक परिचय |



अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के मुम्बई स्थित केन्द्रीय कार्यालय से चुनाव अधिकारी डॉ. रमण त्रिवेदी ने सत्र 2017 – 18 के लिए सर्वसम्मति से चेन्नई के डॉ एस सुबैय्या को राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा मुंबई के आशीष चौहान को महासचिव घोषित किया । ये दोनों पदाधिकारी 30 नवंबर से 3 दिसंबर 2017 तक रांची (झारखंड) में आयोजित होने जा रहे एबीवीपी के 63 वें राष्ट्रीय सम्मेलन से अपना दायित्व संभालेंगे ।

डॉ एस सुबैय्या - राष्ट्रीय अध्यक्ष

तमिलनाडु के थुथुकुड़ी जिले में जन्मे प्रोफेसर डॉ. सुब्बैया विख्यात केंसर चिकित्सक है । विद्यार्थी जीवन के प्रारंभ से ही, वे छात्र आंदोलन में सक्रिय रहे हैं । एम.बी.बी.एस. करने के बाद श्री सुब्बैया ने सर्जिकल ऑन्कोलॉजी में एम.सीएच. किया और वर्तमान में वे चेन्नई के किल्पाक मेडिकल कॉलेज, में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और एचओडी के, रूप में कार्यरत है। उन्होंने 1000 से अधिक सर्जरी की,हैं | राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय जनरल में उनके 27 चिकित्सा शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं | सर्जरी ओंकोलॉजी के सुपर स्पेशलिटी हेतु उन्होंने 40 छात्रों का मार्गदर्शन किया है । वह राष्ट्रीय स्तर पर सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के कई संगठनों के सदस्य हैं। अपने विद्यार्थी जीवन से ही वे समाज सेवा की गतिविधियों से भी जुड़े रहे तथा तमिलनाडु के शिक्षा और इतिहास में उनकी गहरी रुचि थी। 1 9 86 से वे विद्यार्थी परिषद् में तमिलनाडु के राज्य अध्यक्ष सहित कई जिम्मेदारियों का निर्वाह कर चुके हैं| वे 2015 से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष थे । 

आशीष चौहान – राष्ट्रीय महासचिव 

श्री आशिष चौहान मूलतः हिमाचल प्रदेश में शिमला जिले के रोहरू के निवासी हैं। उन्होंने बीएससी, बीजेएमसी (पत्रकारिता) और एमबीए किया है। वे 2003 से एबीवीपी में सक्रिय हैं। वे सीमा गवर्नमेंट कॉलेज,छात्र परिषद् के अध्यक्ष रह चुके हैं | विद्यार्थी परिषद् के जिला संयोजक, यूनिवर्सिटी यूनिट के सचिव और अध्यक्ष, जिला संगठन मंत्री से लेकर राष्ट्रीय सचिव तक रह चुके हैं । उन्होंने हिमाचल प्रदेश के कोलेज कैंपस में बामपंथी ब्रिगेड के खिलाफ राष्ट्रवादी विचारों का प्रभावी नेतृत्व किया है। पिछले कई वर्षों से अखिल भारतीय संस्थानों (आईआईटी, आईआईएम, एनएलयू आदि) में भारत केन्द्रित शिक्षा और छात्र मुद्दों के गुणात्मक विकास के लिए किये गए उनके प्रयत्न प्रशंसनीय रहे है। वे भारत सरकार के युवा और खेल मंत्रालय के तहत चीन गए भारतीय युवा प्रतिनिधिमंडल के सदस्य भी रहे । इसके अलावा, उन्होंने राज्य के विधान अध्येता कार्यक्रम 2016 के तहत अमेरिका का दौरा भी किया है। उन्होंने इस दौरान उन्होंने युवा, शिक्षा और भारत-चीन संबंधों पर उद्बोधन दिए तथा शोध पत्र प्रस्तुत किये । वे वर्तमान में “थिंक इंडिया, मुम्बई” के ओर्गेनाईजिंग सेक्रेटरी और भारत-चीन युवा संवाद के महासचिव हैं।

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