निजी सुरक्षा दस्ते के साथ अपने संसदीय क्षेत्र शिवपुरी के दौरे पर मजबूर ज्योतिरादित्य - फिर भी हुआ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन !


आज शिवपुरी का छोटा सा गिन्दोरा गाँव अकस्मात दो तरह से चर्चा में गया | सिंधिया घराने का गढ़ कहे जाने वाले शिवपुरी में आज एक बार फिर क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को काले झंडों का सामना करना पड़ा, तो दूसरी तरफ उनके निजी सुरक्षा दस्ते ने प्रदर्शनकारियों के साथ बर्बर मारपीट की

लम्बे समय से सामंतशाही का दंश झेल रहे शिवपुरी जिले के कोलारस में सिंधियानिष्ठ कोंग्रेसियों द्वारा इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया गया | कोलारस विधानसभा क्षेत्र के देहरदा-ईसागढ़ रोड पर गिंदौरा गांव में SC-ST बिल का विरोध करने वाले सपाक्स युवा संगठन द्वारा जब सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को विरोध स्वरुप काले झंडे दिखाने का प्रयास किया गया, तब उनके साथ ग्वालियर से आये निजी सुरक्षा दस्ते ने लोकतंत्र को शर्मसार करते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कारियों के साथ मारपीट की

स्मरणीय है कि ज्योतिरादित्य के अनंतपुर जाने की सूचना मिलने पर सपाक्स युवा संगठन के युवाओं के द्वारा पहले देहरदा उसके बाद रन्नौद चौराहे पर विरोध प्रदर्शन का प्रयत्न किया गया, किन्तु सांसद महोदय अपने समर्थकों के घेरे में किसी प्रकार अनंतपुर पहुँचने में सफल हो गए | इसके बाद युवाओं ने गिंदोरा गांव के बाहर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन करने का प्रयत्न किया जिससे क्रोधित होकर सिंधिया भक्तों ने युवाओं पर अचानक हमला बोल दिया | एक पुलिस एस.आई ने भी सिंधिया भक्ति दिखाते हुए सपाक्स युवा संगठन के कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजी

ग्रामीणों का गुस्सा देख भागे सिंधिया सरकार |

क्रांतिदूत की टीम को युवाओं द्वारा बताया गया कि जब वे स्थानीय सांसद महोदय को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध स्वरुप काले झंडे दिखाने के लिए खड़े हुए थे, तभी अचानक 400 सिंधिया भक्तों ने उन पर प्राणघातक हमला बोल दिया जिसमे कई युवा जख्मी हो गए | इस दौरान पुलिस ने भी कोंग्रेसियों के इशारे पर इन युवाओं पर लाठीचार्ज किया

इसके बाद जो हुआ, वह शिवपुरी अंचल में इसके पूर्व कभी नहीं हुआ था | विशेषकर ज्योतिरादित्य तो इस वाकये को शायद ही कभी भूल पायें | जैसे ही स्थानीय ग्रामीणों को सिंधिया भक्तों की गुंडागर्दी का पता चला, आक्रोशित ग्रामवासी उन पर चढ़ दौड़े और हालत यह बनी कि गुंडागर्दी पर आमादा सिंधिया ब्रिगेड को वहां से दुम दबाकर भागना पड़ा | यहाँ तक कि सांसद सिंधिया को भी बमुश्किल वहाँ से बाहर निकाला जा सका

जनमानस में बना चर्चा का विषय 

आज घटित हुई इस घटना से स्थानीय नागरिकों के जहन में एक सवाल पैदा हो गया है कि जब विपक्ष में रहते हुए चुनावी वर्ष में कॉंग्रेसी इस प्रकार से गुंडागर्दी पर आमादा है तो कहीं खुदानेखास्ता अगर सत्ता में गए तो क्या होगा ? क्योँकि कल भी जब करनी सेना के द्वारा सांसद सिंधिया को शिवपुरी में काले झंडे दिखाए गए थे तब भी सिंधिया भक्त कुछ कोंग्रेसियों ने करनी सेना के प्रदेश संयोजक अतुल सिंह पर हमला बोल दिया था जिसकी शिकायत भी करनी सेना ने सिटी कोतवाली में दर्ज कराई हुई है |

इन सब घटना क्रम से यह तो स्पष्ट होता ही है कि अब यह इलाका करबट बदल रहा है | सामंतशाही की चूलें हिल रही हैं | सिंधिया जी को भी अब अपने ही संसदीय क्षेत्र में, निजी सुरक्षा दस्ते की पहरेदारी में आना पड़ रहा है | शायद इस बार इतिहास लिखा जाने वाला है और शिवपुरी मानसिक गुलामी से भी आजाद होने वाला है |

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