स्वदेशी जागरण मंच ने भी भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ शंखनाद किया |



राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचार से अनुप्राणित होकर कार्य करने वाले संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने आज दिल्ली में जंतर मंतर पर 'भूमि अधिग्रहण बिल’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया | इस दौरान वक्ताओं ने जेनेटिक फसलों तथा ई-कॉमर्स में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश FDI को लेकर चिंता भी जताई । 

श्री के.एन गोविन्दाचार्य जी ने इस अवसर पर कहा कि सरकार ने अपनी नीतियों से पंडित दीनदयाल उपाध्याय की विचारधारा को तिलांजलि दे दी है | यह स्पष्ट दिखाई देता है कि सरकार का नतो स्वदेशी से कोई लेना देना है और न ही विकेंद्रीकरण की विचारधारा से | इसलिए, भारतीय मजदूर संघ और स्वदेशी जागरण मंच जैसे संगठन तर्कहीन भूमि अधिग्रहण बिल के खिलाफ चल रहे अभियान में शामिल हैं | इन संगठनों का यह मानना है कि यह किसान और गरीब विरोधी है ।

स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजनने केंद्र से सामाजिक प्रभाव आकलन के प्रावधानों, भूमि अधिग्रहण के पूर्व किसानों की सहमति और बिल में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रावधान जोड़ने पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि यह बात कोई मायने नहीं रखती कि कौन सी पार्टी सत्ता में है, हम मुद्दों को नहीं छोड़ सकते | जब भी अवसर मिलेगा हम अपनी चिंताओं से सरकार को अवगत करायेंगे । मंच के ही श्री अरुण ओझा ने कहा कि अगर स्वदेशी जागरण मंच की मांगों को नहीं माना जाता तो मंच सरकार के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाएगा | प्रमुख बात यह रही कि प्रदर्शन में गायक से सांसद बने मनोज तिवारी ने भी भाग लिया | उन्होंने कहा कि सरकार निश्चित तौर पर स्वदेशी जागरण मंच द्वारा उठाये गए मुद्दों को गंभीरता से लेगी | प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जन भावनाओं की अनदेखी नहीं कर सकते |

उधर, कुछ विपक्षी दलों के साथ-साथ वाम समर्थित किसानों के संगठनों ने भी प्रस्तावित बिल को किसानों और देश के हितों के खिलाफ बताते हुए जंतर-मंतर के पास संसद मार्ग पर एक रैली आयोजित की । इस अवसर पर सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि प्रस्तावित बिल न तो देश के भविष्य के हित में है, और न ही कृषि और किसानों के हित में । यह हमारी खाद्य सुरक्षा को भी प्रभावित करेगा ।

वामपंथी संगठनों के नेताओं के अलावा, जद (यू) और तृणमूल कांग्रेस जैसे अन्य विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों - पवन वर्मा और डोला सेन ने भी रैली को संबोधित किया।

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