ग्वालियर - आधुनिक चिकित्सा सुविधा के क्षेत्र में ग्वालियर को मिली बड़ी सौगात



ग्वालियर-चंबल अंचल के निवासियों के लिये स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिली है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने जया आरोग्य चिकित्सालय समूह परिसर में बनने जा रहे सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक की आज आधारशिला रखी। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री नड्डा ने ग्वालियर में 45 करोड़ की लागत से राज्य स्तरीय कैंसर उपचार यूनिट स्थापित करने की घोषणा भी की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में अदभुत क्रांति आई है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल इसमें एक नये आयाम के रूप में जुड़ रहा है। 

यहाँ एमएलबी कॉलेज परिसर में आयोजित हुए सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के शिलान्यास समारोह में केन्द्रीय इस्पात एवं खनन मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी बतौर विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। जेएएच में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का निर्माण भारत सरकार द्वारा शुरू की गई महात्वाकांक्षी योजना “प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना” के तहत राज्य सरकार के सहयोग से 150 करोड़ रूपए की लागत से होगा। 

समारोह में प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर, विधायकगण श्री जयभान सिंह पवैया, श्री नारायण सिंह कुशवाह व श्री भारत सिंह कुशवाह, जीडीए अध्यक्ष श्री अभय चौधरी, साडा अध्यक्ष श्री राकेश जादौन तथा श्री देवेश शर्मा व श्री वीरेन्द्र जैन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मंचासीन थे। कार्यक्रम में संयुक्त सचिव पीएमएसएसवाई भारत सरकार श्री सुनील शर्मा, राज्य के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री प्रभांशु कमल, संभाग आयुक्त श्री एस एन रूपला, पुलिस महानिरीक्षक श्री आदर्श कटियार, कलेक्टर डॉ. संजय गोयल, पुलिस अधीक्षक श्री हरिनारायणचारी मिश्रा, डीएमई डॉ. जी एस पटेल सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर जरूरतमंद को इलाज मुहैया कराने के लिये प्रदेश सरकार ने नि:शुल्क दवा वितरण व स्वास्थ्य जाँच जैसी योजनायें शुरू की हैं। साथ ही मुख्यमंत्री सहायता कोष का बजट दो करोड से बढ़ाकर 100 करोड़ कर दिया है। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई राज्य बीमारी सहायता निधि, मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार व मुख्यमंत्री बाल श्रवण उपचार योजना जैसी योजना से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को गंभीर बीमारियों के नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। 

श्री चौहान ने इस मौके पर आहवान किया कि प्रदेश का कोई भी बेटा-बेटी स्कूल जाने से वंचित न रहे। बच्चों की पढ़ाई का खर्चा सरकार उठायेगी। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार द्वारा मुहैया कराई गई सुविधाओं व प्रोत्साहन की बदौलत राज्य के बच्चे आईआईटी जैसे संस्थानों में प्रवेश पाने में सफल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार इस मूल मंत्र के साथ काम कर रही है कि राज्य के हर व्यक्ति की बुनियादी जरूरतें पूरी हों। इसी मकसद से सरकार द्वारा एक रूपए प्रतिकिलो के हिसाब से राशन मुहैया कराया जा रहा है। श्री चौहान ने शिलान्यास समारोह में मौजूद जन समूह से दोनों हाथ उठवाकर ग्वालियर शहर के विकास में सहयोग के लिये संकल्प दिलाया। 

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री नड्डा ने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर कर संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण पाने में सफलता हासिल की है। सरकार अब कैंसर जैसी बीमारियों पर नियंत्रण की दिशा में शिद्दत के साथ प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य के झझ्झर और केरल के चितरंजन में राष्ट्रीय स्तर के कैंसर इंस्टीट्यूट निर्माणाधीन है। इसके अलावा देशभर में 50 कैंसर केयर यूनिट, भी भारत सरकार द्वारा स्थापित की जा रही है। प्रत्येक कैंसर यूनिट का निर्माण 45 करोड़ रूपए की लागत से किया जायेगा। 

श्री नड्डा ने मिशन इन्द्रधनुष के तहत मध्यप्रदेश में सफल टीकाकरण की सराहना की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश टीकाकरण में देश के अग्रणी राज्यों में शुमार है। मध्यप्रदेश में टीकाकरण में पाँच प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इससे मातृ-शिशु एवं बच्चों की मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 70 हजार परिवारों को स्नेह सरोकार से जोड़कर कुपोषण मुक्ति की दिशा में सराहनीय पहल हुई है। 

केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि जेएएच में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण से ग्वालियर-चंबल अंचल के लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज के लिये अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में आधुनिकतम चिकित्सा सुविधायें मिलेंगी। श्री तोमर ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार के गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और अधोसंरचनागत कार्यों की बदौलत मध्यप्रदेश बीमारू राज्य से निकलकर विकसित राज्यों की श्रेणी में आ गया है। इसके लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान विशेष रूप से बधाई के पात्र हैं। 

प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र ने कहा कि प्रदेश सरकार ने नि:शुल्क औषधि वितरण योजना के तहत पाँच लाख लोगों को नि:शुल्क दवायें दी हैं और 50 हजार मरीजों की नि:शुल्क जाँच की है। सरकारी अस्पतालों में हर दिन 75 हजार मरीजों को नि:शुल्क भोजन दिया जाता है। मध्यप्रदेश देश के उन अग्रणी राज्यों में शुमार हैं जहाँ नि:शुल्क डायलेसिस व कैंसर की सिकाई जैसी सुविधायें नि:शुल्क दी जा रही हैं। 

आरंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर एवं पट्टिका का अनावरण कर गजराराजा मेडीकल कॉलेज के जेएएच में बनने जा रहे सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक का शिलान्यास किया। 

नेहा को गोद में लेकर भाव विभोर हुए मुख्यमंत्री

फालका बाजार ग्वालियर निवासी दिहाड़ी श्रमिक श्री सोनू प्रजापति अपनी पाँच वर्षीय बिटिया नेहा को लेकर इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त करने आए थे। श्री चौहान ने नेहा को दुलार पूर्वक अपनी गोद में उठा लिया और भावुक हो गए। वाकया यूँ हैं कि कुछ माह पूर्व मुख्यमंत्री को एक टीवी चैनल के माध्यम से पता चला था कि जन्म से ही बोलने-सुनने में असमर्थ नेहा के कान में यदि कॉक्लीयर इम्प्लांट लग जाए तो वह बोल-सुन सकती है। परिवार के आर्थिक हालात ठीक न होने से उसका इलाज नहीं हो पा रहा है। श्री चौहान ने ग्वालियर कलेक्टर डॉ. संजय गोयल को फोन के जरिए निर्देश दिए थे कि नेहा को खोजकर उसका इलाज कराएँ। मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के तहत मंजूर हुई 5 लाख 20 हजार रूपए की आर्थिक सहायता से नेहा के कान का ऑपरेशन भोपाल के दिव्य एडवांस ईएण्डटी क्नीनिक में हुआ और उसके कान में कॉक्लीयर इम्प्लांट लगाया गया। नेहा अब सुनने लगी है। सरकार के खर्चे पर उसकी स्पीच थैरेपी भी चल रही है। नेहा की तरह मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना व राज्य बीमारी सहायता निधि से लाभान्वित हुए अन्य मरीज और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्राण्ड एम्बेसडर व वॉल पेंटिंग करने वाली छात्रायें भी मुख्यमंत्री से मिलने आईं थी। 

सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में यह स्वास्थ्य सेवायें मिलेंगी 

स्पेशलिटी ब्लॉक कुल 198 शैय्या (बेड) का होगा। इसमें से 168 बेड सामान्य वार्ड में और 30 बेड आईसीयू (गहन चिकित्सा इकाई) में होंगे। सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी सर्जरी व गेस्ट्रोएंटेरोलॉजी मेडिसन सहित निओनेटोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी व पीडियाट्रिक सर्जरी की अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध होंगी। इस अस्प्ताल में अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर भी बनाये जायेंगे
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