सीबीआई की विशेष अदालत ने सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले में अमित शाह को दी क्लीन चिट !




मुंबई की विशेष सीबीआइ अदालत से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आज बड़ी राहत मिली ! उनकी आरोप मुक्त किये जाने संबंधी याचिका को अदालत ने स्वीकार कर लिया है ! उन पर सोहराबुद्दीन (2005 का मामला) व तुलसी प्रजापति इनकाउंटर (2006 का मामला) मामले में आरोप था ! इस मामले में उन्हें 2006 में गुजरात कैबिनेट से गृह राज्य मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था ! वे इस मामले में लंबे समय तक अपने गृह राज्य से बाहर भी रहे !

सोहराबुद्दीन शेख पर पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा से संबंध होने का आरोप था ! अमित शाह उस वक़्त गुजरात के गृह मंत्री थे। आरोप था कि उनके कहने पर ही इनकी हत्या की गई थी !

सीबीआई के मुताबिक, सोहराबुद्दीन शेख नवंबर 2005 में अपनी पत्नी के साथ बस में हैदराबाद से सांगली जा रहा था, तब गुजरात की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ने दोनों का पहले अपहरण किया और फिर फर्जी मुठभेड़ में उनकी हत्या कर दी ! तकरीबन सालभर बाद दिसंबर में मामले के गवाह तुलसीराम प्रजापति की भी फर्जी मुठभेड़ में हत्या कर दी गई थी !

मामले के आरोपियों में गुजरात के तत्‍कालीन गृहमंत्री अमित शाह का नाम यह बताकर लाया गया कि उनकी ही अनुमति से फर्जी मुठभेड़ हुई , जिसमें सोहराबुद्दीन को मार दिया गया ! इस मामले में अमित शाह के साथ कई पुलिस अधिकारी और 37अन्‍य  लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गयी थी ! मामले से संबधित लगभग सभी आरोपियों को मुंबई हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी !

कौन था सोहराबुद्दीन ? :-

दरअसल 26 नवंबर 2005 को गुजरात सरकार द्वारा पुलिस अभिरक्षा में जा रहे आरोपी सोहराबुद्दीन को मारने का आरोप है ! मामले में साजिश रचने के आरोप में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की ! सोहराबुद्दीन को प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी और लश्कर ए तैयबा का सदस्य भी बताया गया वहीं उस पर मध्यप्रदेश के ग्राम झिरन्या में अवैधरूप से हथियार छुपाने का आरोप भी था ! यह मप्र के नागदा का रहने वाला बताया जाता है ! सोहराबुद्दीन कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा था ! सोहराबुद्दीन उदयपुर, अहमदाबाद और उज्जैन से अपना गिरोह चलाता था ! जबरन वसूली के कई मामलों में भी सोहराबुद्दीन का नाम पूर्व में आया ! कुछ लोग ऐसा भी दावा करते है कि सोहराबुद्दीन पुलिस का मुखबिर था ओर यह पुलिस की मुखबिरी करते करते ही अपराधी बना !


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