अयोध्या का बावला राजकुमार असमंजस - आचार्य डॉ. राधेश्याम द्विवेदी
भगवान राम के पूर्वजों में राजा सगर एक महत्त्व पूर्ण राजा हुए थे। राजा सगर की दो पत्नियाँ थीं जिन्होंने अपनी…
भगवान राम के पूर्वजों में राजा सगर एक महत्त्व पूर्ण राजा हुए थे। राजा सगर की दो पत्नियाँ थीं जिन्होंने अपनी…
मैं नालंदा विश्व विद्यालय आज आपको अपना ऐसा गौरवशाली इतिहास बताने जा रहा हूँ जिसके बारे में आज की पीढ़ी कम ही…
दिनांक 21.11.1962 को प्रख्यात गांधीवादी चिंतक, विचारक और लेखक धर्मपाल जी ने लोकसभा के सभी सदस्यों को एक पत्र …
भारतीय इतिहासकारों का लेखन इस प्रकार है, मानो केवल दिल्ली ही समूचा भारतवर्ष है। इसीलिए लोदी जैसा सामान्य राजव…
देश में दो तरह के लोग हैं, एक तो वे जो जिनकी नजर में टीपू सुलतान ब्रिटिश उपनिवेशवाद से जूझने वाला कर्नाटक …
1026 ईस्वी में महमूद गजनवी ने भारत पर आक्रमण किया, सोमनाथ मंदिर को लूटा, तहस नहस किया और वापस गजनी को लौटा। उ…
आज हम जिसे अहमदाबाद के नाम से जानते हैं, उसका वास्तविक नाम है कर्णावती। कर्णावती के जन्म की भी एक अनूठी कहानी…
बैसे तो हम पूर्व में भी मारवाड़ की कहानी श्रंखला में अमर सिंह राठौड़ की शौर्य गाथा प्रसारित कर चुके हैं, लेकिन …
राव वीरमदेव जी के स्वर्ग सिधारने के बाद फरवरी 1544 में उनके बड़े बेटे राव जयमल मेड़ता के सिंहासन पर आरुढ़ हुए। न…
हम पूर्व में वर्णित कर चुके हैं कि पन्ना धाय ने किस प्रकार अपने पुत्र को बलिदान कर चित्तोड़ के राजकुंवर उदय सि…