मदद मांगी मनमोहन से पर सुनी मोदी ने ।





यह बात है बुलंदशहर की जहां जनवरी2014 में तत्कालीन प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह से मदद की गुहार की गयी थी परंतु शिकायतकर्ता की सुनवाई की तो वह भी हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी ने ।

बात जनवरी 2014 की है। तब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के मंजीत सेन ने प्रधानमंत्री ऑफिस को दो छोटी बहनों की शादी के लिए आर्थिक मदद मांगी थी। चिट्ठी में मंजीत ने कहा था कि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। शिकायतकर्ता मंजीत ने दोनों बहनों की शादी में खर्चे की पूरी लिस्ट प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ऑफिस को भेजी थी। चिट्ठी में मंजीत ने कहा था कि दोनों बहनों की शादी में 3.64 रुपये खर्च होंगे और मैं इसे किसी भी सूरत में वहन करने की स्थिति में नहीं हूं।

जब मंजीत ने पीएमओ से मदद के लिए अनुरोध किया था तब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। मनमोहन सिंह के रहते मंजीत को कोई रिस्पॉन्स पीएमओ से नहीं मिला। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने मंजीत की चिट्ठी को पढ़ा और कार्यवाही को अंजाम दिया । बुलंदशहर की डीएम को पीएमओ से राज्य सरकार के जरिए एक पत्र मिला है। इस पत्र में मंजीत की आर्थिक स्थिति और फैमिली बैकग्राउंड के बारे में सारी डीटेल मांगी गई है।

शनिवार को जिला प्रशासन हरकत में आया और जाटपुरा गांव पहुंच मंजीत के घर से सारी डीटेल जुटाई। सब-डिविजनल मैजिस्ट्रेट ए. के. यादव ने कहा कि वह मंजीत की फैमिली और उनकी आर्थिक स्थिति के बारे में रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट राज्य सरकार के जरिए पीएमओ को भेजी जाएगी।

25 साल के मंजीत पास के खदाना गांव के एक प्राइवेट स्कूल में टीचर हैं। इनके पिता सुखपाल सिंह नोएडा स्थित एक प्राइवेट फर्म में काम करते थे। इन्होंने हाल ही में खराब सेहत के कारण नौकरी छोड़ दी है। इनकी मां सत्यवती देवी गृहिणी हैं। इनकी दो छोटी बहनें मोहिनी (22) और तनु (21) हैं। इन्होंने आठवीं क्लास तक पढ़ाई की है। तीसरी बहन पुष्पा(16) ग्यारहवीं की स्टूडेंट हैं। मंजीत ने कहा कि उनके पास कोई विकल्प नहीं था इसलिए मैंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी।

मंजीत ने पीएम को चिट्ठी में लिखा था कि मुझे या तो कोई जॉब दिला दी जाए या आर्थिक मदद मिले ताकि मैं अपनी बहनों की शादी कर सकूं। मंजीत के पास एक बीघा जमीन है। मंजीत ने पीएमओ की डीटेल इंटरनेट की जरिए ली थी और इन्होंने चिट्ठी डाक से भेजी थी। चिट्ठी में मंजीत ने साफ किया था कि मुझे पैसे किसी और काम के लिए नहीं चाहिए। मंजीत ने खर्चे की पूर लिस्ट भी भेजी थी। इन्होंने कहा कि मैंने पीएमओ से 3.64 लाख रुपये की मदद की मांग की थी क्योंकि दोनों की शादी में इतने का बजट बन रहा था।

मंजीत की मंथली सैलरी 2,200 रुपये है। वह अपनी जरुरतों के लिए ट्युइशन भी पढ़ाते हैं। मंजीत ने कहा कि ये पैसे घर चलाने में ही खर्च हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि प्रधानमंत्री से मदद मिल जाती है तो मैं बहनों के लिए दूल्हे की तलाश शुरू कर दूंगा।


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