डेरा सच्चा सौदा में साधुओं को नपुंसक बनाया गया |

अभी हाल ही में मेसेंजर ऑफ़ गॉड MSG नामक फिल्म बनाकर चर्चा में आये डेरा सच्चा सौदा  के गुरमीत राम रहीम के जेल जाने की पृष्ठभूमि तैयार हो गई है | सिरसा में कथित तौर पर साधुओं को नपुंसक बनाने के मामले में सीबीआई जांच के एकल बेंच के फैसले के खिलाफ अपील पर गुरमीत राम रहीम को फिलहाल हाईकोर्ट से कोई अंतरिम राहत नहीं मिली है। आगामी सुनवाई 25 फरवरी को होगी । 

स्मरणीय है कि एक साधू हंसराज चौहान ने आरोप लगाया था कि नपुंसक बनने पर भगवान से मिलाने का छलावा देकर उसे नपुंसक बनाया गया। उसने यह भी आरोप लगाया है कि राम रहीम के आदेश से उसके साथ 400 अन्य भक्तों को भी नपुंसक बनाया गया | 

एक प्रकार से आरोप लो स्वीकार करते हुए राम रहीम के वकील एसके गर्ग नरवाना ने एक्टिंग चीफ जस्टिस एसजे वजीफदार एवं जस्टिस एजी मसीह की बेंच के समक्ष पैरवी करते हुए कहा कि यदि कोई नपुंसक बनने की सहमति देता है तो इसमें कोई अपराध नहीं बनता और न ही यह मानवाधिकार का हनन है।

सीबीआई ने जबरन नपुंसक बनाने के मामले में डेरा सच्चा सौदा और उसके प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बुधवार को दर्ज एफआईआर में राम रहीम के साथ उनके तथाकथित धार्मिक संस्था के डॉक्टर व अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है। 

सीबीआई के मुताबिक राम रहीम ने भक्तों से कहा था कि अगर वह नपुंसक बन जाते हैं तो उन्हें सीधे ईश्वर की प्राप्ति होगी और खुद राम रहीम उनके वाहक होंगे। उन्हीं भक्तों में से एक हंसराज चौहान उर्फ हक्की ने राम रहीम के खिलाफ पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में शिकायत दर्ज कराई थी। अदालत ने 23 दिसंबर को सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

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