सुषमा जी की चीन यात्रा - क्या कैलाश मानसरोवर जाने के नए मार्ग के प्रथम यात्री होंगे नरेंद्र मोदी

सुषमा स्वराज आज से चीन की यात्रा पर, विदेश सचिव भी होंगे साथ

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चार दिन की यात्रा पर चीन पहुंच गई हैं। नए विदेश सचिव एस जयशंकर भी इस दौरे में सुषमा के साथ हैं। इसी गुरुवार को कार्यभार संभालने वाले जयशंकर का विदेश सचिव के रूप में यह पहला दौरा होगा। जयशंकर 2013 में अमेरिका का राजदूत नियुक्त किए जाने के पहले करीब चार साल तक 2009 से 2013 के बीच चीन में भारतीय राजदूत रहे थे।

सोमवार को बीजिंग में सुषमा चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात करेंगी। चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ सुषमा की मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन और कैलाश-मानसरोवर की यात्रा पर भी चर्चा हो सकती है। राष्ट्रपति चिनफिंग ने अपनी भारत यात्रा के समय नाथुला दर्रे से होकर दूसरा यात्रा मार्ग खोलने का आश्वासन दिया था। चीन मोदी की प्रस्तावित यात्रा से पहले ही इस मार्ग को खोलने की तैयारी कर रहा है।

विदेश मंत्री 2 फरवरी को बीजिंग में चीन, भारत और रूस के विदेश मंत्रियों की बीच होनेवाली बैठक में भी हिस्सा लेंगी। इस दौरान वे दोनों देशों के बीच सीमा विवाद और द्विपक्षीय व्यापार पर भी चर्चा करेंगी। माना जा रहा है कि इस दौरे में ही यह तय हो जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कब चीन का दौरा करेंगे। 

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने बीजिंग में कहा है कि दोनों पक्ष सुषमा की यात्रा को काफी महत्व देते हैं। उन्होंने कहा कि दो सबसे बड़े विकासशील देशों और प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच द्विपक्षीय संबंध काफी ठोस और सतत तरीके से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, हमारे सहयोग में प्रगति हुयी है। हम विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग और परस्पर राजनीतिक भरोसा बढ़ा रहे हैं।

सुषमा की यात्रा चीन की इस टिप्पणी की पृष्ठभूमि में हो रही है जिसमें उसने विभिन्न मुद्दों पर भारत और अमेरिका के बीच मतभेदों की चर्चा करते हुए ओबामा की यात्रा को बेमेल मेलमिलाप बताया था। देखना यह है कि क्या भारत एक साथ अमरीका और चीन दोनों को साध पायेगा ? अगर यह करिश्मा हुआ तो न केवल भारत वरन सम्पूर्ण विश्वशान्ति की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पड़ाव होगा | विदेश मंत्री सुषमा जी की योग्यता व कुशलता की इस समय गहन परीक्षा है |

चीन की सरकारी संवाद एजेंसी शिन्हुआ ने एक आलेख में कहा कि दो बड़े देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे मतभेद उतने ही विशाल है जितनी उनके बीच की दूरी है और तीन दिवसीय यात्रा व्यावहारिक से ज्यादा सांकेतिक है। सुषमा दूसरे भारत-चीन उच्चस्तरीय मीडिया फोरम का भी उद्घाटन करेंगी और अपनी यात्रा के दौरान बीजिंग में विजिट इंडिया ईयर की शुरुआत करेंगी। वह त्रिपक्षीय आरआईसी बैठक से इतर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी मुलाकात करेंगी

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