रोहतक में लड़कों की पिटाई के चर्चित मामले की पॉलीग्राफी रिपोर्ट लड़कों पक्ष में, लाई डिटेक्‍टर टेस्‍ट में लड़कियां डाउटफुल

पिछले साल हरियाणा के रोहतक में सरकारी बस में कथित छेड़छाड़ के बाद लड़कों की पिटाई के चर्चित मामले की पॉलीग्राफी रिपोर्ट लड़कों पक्ष में आई है जबकि लड़कियों के पक्ष पर शंका जताई गई है।

हालांकि, रिपोर्ट अभी आधिकारिक तौर पर जारी नहीं की गई है, लेकिन इसके कुछ अंश लीक हो गए हैं। लीक रिपोर्ट के आधार पर बताया जा रहा है कि लाई डिटेक्टर टेस्ट के दौरान लड़कों के जवाब जहां पॉजिटिव रहे, वहीं इनकी पिटाई करने वाली रोहतक की बहनों के जवाब गोलमोल मिले। अब लीक रिपोर्ट के आधार पर आरोपी पक्ष दावा कर रहा है कि उन्हें पहले से पता था कि लड़के निर्दोष हैं, जबकि लड़कियों के परिवार का कहना है कि पॉलिग्राफी टेस्ट की रिपोर्ट अदालत में कोई महत्व नहीं रखती और न ही इसका केस पर कोई असर पड़ेगा।

नई दिल्ली के सीबीआई मुख्यालय में पॉलीग्राफ और पैट टेस्ट करवाए गए थे। टेस्ट के दौरान लड़कों के जवाब जहां सकारात्‍मक रहे वहीं रोहतक की दोनों बहनों के जवाब गोलमोल मिले। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट केवल एक सप्ताह पहले ही मिली है। इसमें लड़कों का पक्ष मजबूत है तो वहीं लड़कियों के जवाबों को संदेहास्पद बताया गया है।

क्‍या था पूरा मामला

गौरतलब है कि पिछले साल 28 नवंबर को सोनीपत जिले के अंतर्गत आने वाले थाना खुर्द गांव की दो बहनों पूजा और आरती ने रोहतक के आसन गांव के तीन लड़कों पर बस में छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। हालांकि, बहनों ने लड़कों की पिटाई की थी और उसके बाद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस घटना को एक महिला यात्री ने अपने मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद वीडियो वॉट्सऐप और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, तब आरोपियों की गिरफ्तारी हुई फिर जमानत पर उन्हें रिहा कर दिया गया। हरियाणा सरकार ने पहले तो लड़कियों को सम्मानित करने की घोषणा की लेकिन बाद में कुछ संदेह होने पर इसे टाल दिया गया। हालांकि, आरोपी लड़के शुरू से ही खुद को बेकसूर बता रहे थे, जिसके बाद लड़कियों की मांग पर पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया गया था।

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