भारत बचा सकता है विश्व को 'ग्लोबल वार्मिंग' से :- मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यदि दुनिया में कोई देश है जो ‘ग्लोबल वार्मिंग’ से विश्व को बचाने का रास्ता दिखा सकता है तो वह भारत है। हम प्रकृति से प्रेम करने वाले लोगों में से हैं। हम ही हैं जो नदी को मां मानते हैं यह हमारे स्वभाव में है।

नवीकरणीयऊर्जा को जलवायु परिवर्तन से बचाने का साधन बताते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह का शौधकार्य जारी है लगता है कि जल्द ही हम सौर उर्जा को उपयोग में लाने का सस्ता साधन ढूंढ निकालेंगे।

पहले अक्षय ऊर्जा वैश्विक निवेशक सम्मेलन और प्रदर्शनी के दिल्ली के विज्ञान भवन में उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हम नवीनीकरण उर्जा की ओर इसलिये देख रहे हैं कि लोगों के घरों में रोशनी हो सके। उन्होंने कहा कि गरीब देशों के नागरिक चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़े लेकिन वो रात के अंधेरे में नहीं पढ़ पाते हैं। ऐसे अधेंरे में डूबे गांवों में रोशनी लाने के नये रास्ते खोजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी भी लाखों लोग उनकी उर्जा ज़रुरतों से वंचित हैं हमें अपने सभी संसाधनों को उपयोग में लाना होगा ताकि उनकी ज़रुरतें पूरी की जा सके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विश्व,जलवायु परिवर्तन को बड़ी समस्या मान रहा है, लेकिन वह अपने जीवन के तरीके को नही देख रहा। आज हमारा जीने का तरीका इतना बदल चुका है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ी के हिस्से के भी संसाधन उपयोग में ला रहे हैं। आज ऊर्जा को बचाने की बेहद जरुरी है जितना हम बचायेंगे उतना हम अपनी आने वाली पीढ़ी को दे पायेंगे।

उर्जा ज़रुरतों को पूरा करने के लिये नये उपाये खोजे जाने पर बल देते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहां तालाब हैं क्या हम इनके ऊपर सौर पैनल लगाने के बारे में सोच सकते हैं। हमें नये उपायों पर विचार करना होगा।

उन्होंने कहा कि ऐसा नही है कि केवल केन्द्र सरकार ही इस दिशा में काम कर रही है सभी राज्य भी ऐसा प्रयास कर रहे हैं।

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें