श्री नरेंद्र मोदी बनाम मनमोहन सिंह जी


बरेली निवासी खालिद जीलानी ने विगत 26 मई को प्रधानमंत्री कार्यालय को आरटीआई अर्जी भेज कर पूछा था कि प्रधानमंत्री निवास छोड़ते समय मनमोहन सिंह अपने दस साल के कार्यकाल में मिले कौन-कौन से तोहफे अपने साथ ले गए। इस पर विदेश मंत्रालय ने कुल 101 गिफ्टों के नाम और कीमत मुहैया तो करा दी, मगर संबंधित देशों का नाम बताने से यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि मुख्य सूचना आयुक्त के बीते 21 दिसंबर, 2009 के आदेश के तहत स्त्रोत बताने की मनाही है।
कैसे-कैसे गिफ्ट
मनमोहन सिंह को तीन-तीन सौ रुपये की प्लेट, कटोरी, फूलदान व बॉक्स मिले। पांच सौ से लेकर एक हजार रुपये तक के ज्वेलरी बॉक्स मिले। 55 सौ रुपये का टी सेट। तीन हजार रुपये से लेकर तीस हजार तक के कारपेट मिले। इसके अलावा डिनर सेट, चम्मच, पेंटिंग, कप, नेकलेस आदि गिफ्ट एक हजार से लेकर 4500 रुपये तक के रहे। 
चार सबसे महंगे विदेशी गिफ्ट
1. गोल्ड मेड रिस्ट वॉच- 35 हजार
2. कारपेट- 30 हजार
3. म्यूजिक सिस्टम- 20 हजार
4. सिल्वर बाउल- आठ हजार
जहां पूर्व प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह अपने को मिले 100 से अधिक उपहार अपने साथ ले गए, जबकि दूसरी ओर वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बतौर प्रधानमंत्री मिले 455 उपहारों को नीलामी के जरिए बेचने का फैसला किया है। मोदी के इन उपहारों की नीलामी से मिली धनराशि को “नमामी गंगे” प्रोजेक्ट के लिए दान किया जाएगा। इससे पहले भी नरेंद्र मोदी ने 13 साल तक गुजरात में सीएम के तौर पर मिले तोहफों को भी 95 करोड़ रुपए में नीलाम करके प्राप्त धनराशि का सामाजिक कार्यों के लिए उपयोग किया था। 

श्री मनमोहन सिंह ही क्यों, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल भी अपने को मिले उपहार अपने साथ ले गई थीं | वर्तमान राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के माँगने पर ही वे उपहार लौटाए गए |

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