पश्चिम बंगाल में नाईजीरियन बुजुर्ग नन के साथ हुए बलात्कार प्रकरण में दो बंगलादेशी गिरफ्तार |
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पश्चिम बंगाल में नाडिया जिले के रानाघाट स्थित कान्वेंट स्कूल में दस दिन पूर्व 71 वर्षीय बुजुर्ग नन के साथ हुए बलात्कार के सिलसिले में आज एक और बंगलादेशी की गिरफ्तारी हुई है | यह गिरफ्तारी बंगलादेश बॉर्डर के नजदीक 24 परगना जिले के हावड़ा से की गई | आरोपी गोपाल सरकार पर आरोप है कि उसने उन सात अपराधियों को पनाह दी थी, जिन्होंने उस घिनौनी करतूत को अंजाम दिया था | पश्चिम बंगाल के DIG दिलीप आदिक के अनुसार गोपाल मूलतः बंगलादेश का निवासी है तथा 2002 से हावड़ा में रह रहा है |
इसके पूर्व पश्चिम बंगाल CID और मुम्बई पुलिस के संयुक्त प्रयास से मुम्बई में पहली गिरफ्तारी हुई थी | आरोपी सिकंदर शेख उर्फ़ सलीम दक्षिण मुम्बई के नागपाडा में अपने एक मित्र के घर में छुपा हुआ था | मुम्बई के पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है | CCTV फुटेज के आधार पर सलीम की पहचान सुनिश्चित हुई | माना जा रहा है कि अपराध करने के बाद कुछ अन्य आरोपी बंगलादेश भाग गए हैं |
स्मरणीय है कि 14 मार्च को कान्वेंट स्कूल में डकैती व 71 वर्षीय नाईजीरियन नन के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद अपराधी वहां हिंदूवादी झंडा भी छोड़कर गए थे | इसके बाद कलकत्ता के आर्क विशप थॉमस डिसूजा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया था कि मोदी सरकार बनने के बाद सारे देश में अल्पसंख्यकों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएँ बढ़ गई हैं | मीडिया ने भी इस घटना को हिन्दुत्ववादी संगठनों के मत्थे मढ़ने की मुहीम छेड़ दी थी | किन्तु इन बंगलादेशीयों कि गिरफ्तारी के बाद सब को सांप सा सूंघ गया है | यह स्पष्ट है कि तथाकथित सेक्यूलरवाद की आड़ में अपराधी तत्वों के ही हौंसले बुलंद हुए हैं |
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