क्या आप भारत के ऋषियों का योगबल के बारे मे निम्न बातें जानते हैं ?


1 वेदव्यास जी तीनो कालों को एक ही समय मे देख सकते थे 

2 अगत्स्य ऋषि विंध्याचल पर्वत के गुरु थे और एक बार विंध्याचल पर्वत हिमालय से भी उंचा होगया तब अगत्स्य ऋषि दक्कन की तरफ गये और अपने गुरु के चरण छूने के नीचे झुके ऋषि ने उन्हे तब तक झुके रहने का आदेश दिया जब तक की वो वापस उत्तर की तरफ न जाएं अगत्स्य ऋषि कभी वापस उतर की तरफ नहीं आये और विंध्य पर्वत तब से आज तक झुका हुआ खड़ा है

3 विश्वामित्र जी ने अपने योगबल से भगवान राम के पूर्वज महाराज सत्यवर्त को शरीर समेत स्वर्ग भेजने का प्रयास किया इन्द्र ने उन्हे स्वर्ग आने नहीं दिया और ऋषि ने उन्हे नीचे नहीं आने दिया

४ शुक मुनि ने १४ वर्ष की आयु मे १४०० वर्ष के चेले मुचकाण्द को ज्ञान दिया

५ योगी गोरख नाथ ८४ सिद्धियों के जानकार थे और अपनी आत्मा को शरीर से अलग कर आवागमन की शक्ति मे पारंगत थे

6 आदि शंकराचार्य ने ६ वर्ष की आयु मे शास्त्रार्थ मे सभी विद्वानो को परास्त कर दिया था

७ स्वामी दयानंद जी ने वेदों की महता को दुनिया के सामने दोबारा स्थापित किया

८ स्वामी विवेकानंद जी के गुरु राम कृष्ण परमहंस माँ महाकाली के साक्षात दर्शन किया करते थे

९ अगस्त्य ऋषि ने एक बार समस्त सागर के जल को अपने योग बल द्वारा पी लिया था

१० स्वामी विवेकानंद जी जब विश्व धर्म संसद मे बोले तो सभी दाँतो तले उंगलिया दबाते रह गये

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