एक अनोखा गणेश मंदिर जहाँ फोन पर भक्तों की समस्याओं का होता है निवारण




"भगवान तुझे मैं खत लिखता पर तेरा पता मालूम नहीं" फिल्म मनचला का यह गीत तो आपको याद ही होगा ! अब बिना ख़त के मोबाइल के इस युग में आप भगवान से मोबाइल पर बात करके सीधे अपनी समस्याओं का निवारण करवा सकते हैं ! भक्तों के भगवान को फोन करने की आश्चर्यजनक बात पर तर्कवादी बेशक सवाल उठा सकते हैं परन्तु इस संवाद के तार भक्तों के उस अटूट भरोसे से जुड़े हैं, जो तमाम दलीलों से परे है ! 

यह कोई कहानी या किस्सा नहीं यह हकीकत है हम बात कर रहे हैं उस गणेश जी की जो मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में जूनी इलाके में बसे हैं ! गणेश जी का यह मंदिर परमार कालीन माना जाता है जो करीब 1, 200 साल पुराना है ! मंदिर के पुजारी बताते हैं कि चिंतामन गणेश जी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं इसलिए श्रद्धालु इनमें गहरी आस्था रखते हैं ! गणेश जी विदेशों में बसे अपने भक्तों से मोबाइल फोन के जरिए बातें करते हैं और उनकी मुरादें पूरी करते हैं ! गणेश जी के हजारों लाखों भक्त विदेशों में बसे हैं जो हमेशा गणेश जी का ध्यान करते हैं और जब कभी संकट या तकलीफ में होते हैं तो गणेश जी के पास अपना संदेश पहुंचा देते हैं ! 

विदेशों से यहां आना हमेशा संभव नहीं होता है इसलिए भक्तगण अपने मन की बात मोबाइल फोन से गणेश जी तक पहुंचा देते हैं ! कई भक्त बताते हैं कि मोबाइल पर की गई बातों से उन्हें लाभ मिला है इसलिए दिन-ब-प्रतिदिन गणेश जी को फोन करने वाले भक्तों की संख्या बढ रही है !
मान्यता है कि जूना चिंतामन के गणेश जी से मांगी गई मन्नत जरूर पूरी होती है ! मंदिर के पुजारी मदन लाल पाठक के अनुसार देश विदेश से भक्त पहले भी पत्रों में अपनी समस्याएं लिखकर भेजते रहे हैं ! हम इन्हें पढ़कर गणेशजी को सुनाते हैं ! जिन भक्तों की परेशानियां दूर हो जाती हैं वे धन्यवाद पत्र भी लिखते हैं, लेकिन विगत कुछ वर्षों से भगवान को अपनी मुराद या परेशानी सुनाने के लिए पुजारी जी के मोबाइल पर फोन भी करना शुरू कर दिया है !

कैसे शुरू हुआ फ़ोन के माध्यम से प्रार्थना का सिलसिला ?

मंदिर के पुजारी का कहना है कि मोबाइल पर भक्त और भगवान की बातों का सिलसिला शुरू हुए कुछ ही साल हुए हैं, करीब 10 साल ! इससे पहले भक्त अपनी मनोकामना पत्र लिखकर भेजते थे ! लोग मानते थे कि पत्रों को पढ़कर ही गणेश जी उनकी मुरादें पूरी कर देते थे ! आज भी बहुत से भक्त पत्र लिखते हैं और उनकी मनोकामना पूरी होती है ! लेकिन फोन पर बात करने का सिलसिला कैसे शुरू हुआ यह बताते हुए पुजारी कहते हैं कि यह एक ब़डी ही रोचक कहानी है जिसकी शुरूआत जर्मनी में बैठे गणेश जी के एक भक्त ने की थी ! 

जर्मनी में बसे गणेश जी के भक्त ने एक बार फोन करके यह कहा कि उनकी बात गणेश जी से करवा दीजिए उनकी कुछ परेशानी है जो गणेश जी को बताना चाहते हैं ! भक्त की भावना देखकर फोन गणेश जी के कान के पास लगा दिया ! कुछ दिनों बाद उस भक्त ने बताया कि गणेश जी ने उनकी मुराद पूरी कर दी है ! इस घटना के बाद फोन पर गणेश जी से बातें करने का सिलसिला शुरू हो गया ! अब भी जिन्हें फोन पर गणेश जी से बातें करनी होती है वह पुजारी के फोन पर कॉल करते हैं ! पुजारी फोन गणेश जी के कान से लगा देते हैं और इस तरह गणेश जी पास भक्तों का संदेश पहुंच जाता है !

यह है श्री गणेश मंदिर के पुजारी का नंबर : +91 9754556449


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