भ्रष्ट नेताओं पर प्रभावी राजदंड समय की मांग |


संसद में कल हुई नौटंकी के बाद यह तो स्पष्ट हो ही चुका है कि कांग्रेस अपने हाथों अपनी कब्र खोद रही है | उसे न देश की चिंता है, न अपने पार्टी संगठन की | उसका उद्देश्य केवल और केवल एक है, और वह है येन केन प्रकारेण मोदी जी को असफल करना | भले ही इसमें उसकी खुद की फजीहत ही क्यों न हो जाए | देश का विकास बाधित हो तो हो, उसकी बला से | भविष्य में भी लगता नहीं कि वह अपनी योजना में कोई परिवर्तन करेगी | अब सौ टके का सवाल यह कि क्या प्रधानमंत्री मोदी इसी प्रकार असहाय दिखते रहेंगे ?

आदिल शहरयार जैसे अपराधी किन्तु पारिवारिक मित्र को छुडाने की खातिर भोपाल गैस त्रासदी के खलनायक वारेन एंडरसन को भगाने में राजीव गांधी की भूमिका के उल्लेख से संसद के अखाड़े को जीत लेने भर से काम नहीं चलने वाला | या अरुण जेटली द्वारा आईपीएल काण्ड में कांग्रेस को ही मुख्य दोषी बताने से कुछ हासिल होने वाला | और न ही कांग्रेस नेताओं को उनकी करनी का फल उनका सत्ताच्युत होना भर पर्याप्त है | देश की जनता ने मोदी जी की ताजपोशी कांग्रेस के भ्रष्ट नेताओं को न्यायालय से सजा दिलवाने के लिए भी की है | और यही वह मार्ग है, जिस पर चलकर वे एक तीर से दो शिकार कर सकते हैं |

वे निष्कंटक भी हो सकते हैं, और देश की जनता का दिल जीतकर देश को प्रगति मार्ग पर भी ले सकते हैं | आखिर क्या कारण है कि दामाद श्री पर अभी तक कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई ? आखिर क्या कारण है कि किसी घोटालेवाज को अभी तक न्यायालय की दहलीज पर नहीं लाया गया ? दिग्विजय सिंह के समय हुई नियुक्तियों के मामले सामने आने में देर क्यूं हो रही है ? 

कोई शक नहीं कि भारतकी सर्वांगीण उन्नति का सपना आँखों में संजोये, वे रात दिन परिश्रम कर रहे हैं | लेकिन भ्रष्ट विरोधियों पर जब तक उनका राजदंड प्रभावी नहीं होगा, उनके महत उद्देश्य पूर्ण नहीं होने वाले |
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