शक्तिमान धारावाहिक का आध्यात्मिक महत्त्व



प्रसिद्ध भारतीय धारावाहिक जिसका नाम है शक्तिमान ! वर्ष 1997 में दूरदर्शन पर शुरू हुआ धारावाहिक “शक्तिमान” सभी के मन में घर कर गया था ! “शक्तिमान” का किरदार निभानेवाले कलाकार मुकेश खन्ना को लोग वास्तविक जीवन में भी शक्तिमान नाम से ही संबोधित करने लगे ! इस धारावाहिक ने जबरदस्त लोकप्रियता प्राप्त की ! 

आपको लग रहा होगा कि इतने वर्षों के बाद अचानक हमें शक्तिमान की याद कैसे आई ! दरअसल आजकल टीवी पर कई चेनल चल रहे है और उस पर कई धारावाहिक प्रकाशित भी हो रहे है ! टेलीविज़न पर कुछ एक ‘ऐतिहासिक’ धारावाहिकों को देखते हुए हमारे मन में एक विचार आया की क्या इन धारावाहिकों का मुख्य अभिप्राय अपने देश के लोक प्रिय नायकों की जीवनियों से छेड़ छाड़ कर के पैसा कमाना है ? हालांकि अफवाहें फैलाना जुर्म है, मगर इन धारावाहिकों के निर्माता देश की नयी पीढी को गुमराह कर के देश द्रोह कर रहै हैं और हम अपने नायकों का अपमान देख देख कर अपना समय व्यतीत कर रहै हैं !

बेहद चालाकी और होशियारी से कानूनी शिकंजे से बचने हेतु इन धारावाहिकों के निर्माता धारावाहिक के आरम्भ में ऐक छोटा सा ‘नोटिस’ लिख देते हैं कि – ‘यह सीरियल ऐतिहासिक होने का दावा नहीं करता और मनोरंजन के लिये इस में नाटकीय बदलाव किये गये हैं !’ जितनी देर में ऐक सामान्य आदमी किसी नोटिस को आराम से पढ सकता है उस से डेढ गुणा समय ज्यादा वह नोटिस टेलिकास्ट होना चाहिये, लेकिन जानबूझ कर यह औपचारिक नोटिस टेलीविज़न की स्क्रीन पर छोटी सी लिखावट में कुछ ही सेकंड दिखाया जाता है ताकि उसे कोई पढ़ ही ना सके !

कलात्मक दृष्टिकोण से बहुत ही घटिया स्तर, भडकीली भेष भूषा (जिन का उस समय की भेष भूषा से कोई सम्बन्ध नहीं), वर्षों बीत जाने के बाद भी किसी पात्र में ‘बढती उमर’ का कोई प्रभाव न दिखाई देना, पार्श्व-संगीत का अत्याधिक शोर (जिससे कि संवाद सुनाई ही न दें) ! यही कारण है जो आज हमें शक्तिमान जैसे आध्यात्मिक महत्त्व से भरे धारावाहिक की याद करने पर मजबूर कर गए !

जी हाँ यह 100 प्रतिशत सत्य है कि शक्तिमान धारावाहिक का आध्यात्मिक महत्त्व है ! कैसे ? आइये हम आपको बताते है :-

“शक्तिमान” का किरदार निभानेवाले मुकेश खन्ना एक आम व्यक्ति का भी किरदार इस धारावाहिक में निभाते है जिसका नाम है पंडित गंगाधर मायाधर विधाधर ओमकार नाथ शास्त्री ! सोचिये इस नाम में क्या ख़ास बात है ?

देखिये इस नाम का अर्थ :- 

एक ऐसा व्यक्ति जिसमे गंगा जैसी पवित्रता, समाज में व्याप्त माया के लोभ से परे, सदा विधा का अर्जन करने वाला और सभी को देनेवाले ओमकार परमात्मा की आराधना करने वाला पारंगत शास्त्री ! (ऐसे व्यक्ति की भेंट गीता नामक लड़की से होती है जिसका उपनाम विस्वास था)

अब गीता विश्वास का अर्थ देखिये :-

शक्तिमान ने गीता ग्रन्थ पर विश्वास किया ! गीता अर्थात ऋषियों द्वारा गाये हुए छंद ! पंडित गंगाधर मायाधर विधाधर ओमकार नाथ शास्त्री की सभी विद्याओ से युक्त व्यक्ति ने अविद्या अर्थात माया को नष्ट करते हुए आत्मा का साक्षात्कार किया !

अब इस धारावाहिक के बाकी कलाकारों के नामों पर भी एक नजर डालते है :-

तमराज किल्विष अर्थात कलयुग 

डॉक्टर जेकाल अर्थात नास्तिक वैज्ञानिक

इलेक्ट्रिक मेन अर्थात विधुत का दुरूपयोग करने वाले लोग 

कपाला अर्थात पाखंडी अघोरी बाबा 

प्लास्टिका अर्थात पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले निशाच 

शक्तिमान शक्तिमान
अद्भुत अधम्य साहस की, परिभाषा है
यह मिटती मानवता की, एक आशा है
यह श्रुष्टि की शान्ति का, वरदान है
यह अवतार नहीं है, यह इंसान है
शक्तिमान शक्तिमान शक्तिमान
ये आत्मशक्ति है, दुनिया बदल सकती है
फूलों में ढल सकती है, शोलों से जल सकती है
होता है जब आदमी को अपना ज्ञान
कहलाया वो ..... शक्तिमान
शक्तिमान शक्तिमान शक्तिमान

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