400 करोड़ के टेंकर घोटाले में शीला दीक्षित को बचा रहे है केजरीवाल, खुद स्वीकारते है “आप” के मंत्री!

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के शासन काल में दिल्ली जलबोर्ड में हुए चार सौ करोड़ के पानी टैंकर घोटाले का खुलासा खुद केजरीवाल के जलमंत्री कपिल मिश्रा ने किया था ! कपिल मिश्रा ने दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग भी की, परन्तु केजरीवाल ने पता नहीं किन कारणों से कार्यवाही को ठंडे बस्ते में डाल दिया ! यह हालात तब है जब केजरीवाल शीला दीक्षित के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर ही दिल्ली की सत्ता में आए थे ! यह आरोप लगाते हुए भाजपा की दिल्ली प्रदेश इकाई ने टैंकर घोटाले के दोषियों पर कार्यवाही का मुद्दा उठाया है ! इस बाबत सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय सहित 12 जल बोर्ड मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने के लिए भाजपाइयों ने कमर कसी ! यह प्रदर्शन प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय, नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता सहित पार्टी सांसद व विधायकों के निर्देशन में है !

पार्टी नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल का भ्रष्टाचार के विरुद्ध संकल्प बहुत कमजोर है ! जिस कांग्रेस के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर केजरीवाल सत्ता में आए उसी कांग्रेस के साथ 2013 में मिलकर सरकार चलाने का फैसला किया ! दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि दिसंबर 2013 में संदीप दीक्षित के साथ हुए समझोते के बाद केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई ! जनता इस सौदे के बारे में जानना चाहती है ! इसके पश्चात ही केजरीवाल शीला दीक्षित के भ्रष्टाचार पर चुप्पी साधकर बैठ गए !

कांग्रेस को 370 पेज के सुबूत सौंप दिए केजरीवाल ने

दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि पहले केजरीवाल शीला दीक्षित सरकार के खिलाफ 370 पेज के सुबूत किसी ग्रन्थ की तरह लेकर फिरते थे, परन्तु दिसंबर 2013 के सौदे के पश्चात केजरीवाल ने वे सुबूत कांग्रेस के सुपुर्द कर दिए ! 28 अगस्त 2015 को जब जल मंत्री कपिल मिश्रा ने शीला दीक्षित के शासन में चार सौ करोड़ रुपये के टैंकर घोटाले में कार्रवाई के लिए पत्र लिखा तो केजरीवाल ने इस पत्र को कूड़े के पात्र में फेंक दिया ! 

आखिरकार क्योँ नहीं करते केजरीवाल शीला दीक्षित पर कार्यवाही 

विजेंद्र गुप्ता के अनुसार अपने ही मंत्री कपिल मिश्रा के चार सौ करोड़ के घोटाले पर कार्रवाई की मांग करने के बाद भी केजरीवाल खामोश हैं ! आखिर वह कौन सी ताकत है जो केजरीवाल को शीला दीक्षित के विरुद्ध कार्यवाही करने से रोक रही है ! टैंकर ही नहीं बल्कि राष्ट्रमंडल खेल और पावर डिस्कॉम मामले में भी दीक्षित के खिलाफ केजरीवाल कोई कदम नहीं उठा पा रहे है !

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