गोवा में संपन्न हुआ 5 वां अखिल भारतीय हिंदू अधिवेशन ! भारत में मजबूत हिंदू राज्य व्यवस्था का लिया संकल्प ।


हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा श्री रामनाथ मंदिर, पोंडा, गोवा में आयोजित सात दिवसीय पांचवे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का कल दिनांक 25 जून को समापन हुआ। इस अधिवेशन में संकल्प लिया गया कि भारत में 2023-2025 तक हिंदू राज्य व्यवस्था कायम करने के लिए सभी हिंदुओं को संगठित करने के प्रयत्न किये जायेंगे । इस अवसर पर पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि सम्पूर्ण विश्व में हिन्दुओं की संख्या लगभग एक अरब है ! इसे देखते हुए प्रतिनिधियों सहित उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने भारत और नेपाल में हिंदू राज्य व्यवस्था की आवश्यकता व्यक्त की।

इस अवसर पर बोलते हुए सिरोही राजपूताना के पूर्व महाराज कुंवर रघुवीर सिंह ने कहा कि विश्व में मुसलमान और ईसाईयों के तो अनेक देश हैं, लेकिन हिन्दुओं के लिए आज की दुनिया में कोई ठौर ठिकाना ही नहीं है । कुंवर रघुवीर ने गर्व से कहा कि वे सूर्य और चन्द्र वंश के क्षत्रिय हैं जिन्होंने सदा ही विदेशी और विधर्मी आक्रान्ताओं से देश की रक्षा के निमित्त बलिदान दिए हैं । उन्होंने अपने गौरवशाली इतिहास को बहाल करने तथा आध्यात्मिकता और देवत्व की पुनः स्थापना के लिए भारत में योद्धा भावना विकसित करने की आवश्यकता प्रतिपादित की ।

उज्जैन से पधारे संत राजेंद्र शर्मा ने इस हिंदू सम्मेलन को कुंभ के आयोजन के समान निरूपित किया । उन्होंने कहा कि वे विगत एक महीने से सिंहस्थ कुम्भ में थे, लेकिन इस रामनाथ मंदिर में आयोजित सात दिवसीय हिन्दू सम्मेलन में उन्हें अधिक ऊर्जा की अनुभूति हुई है । उन्होंने कहा कि वे उज्जैन लौटकर भगवान महाकाल से प्रार्थना करेंगे कि वे शक्तिशाली हिन्दू राष्ट्र निर्माण अपना आशीर्वाद प्रदान करें ।

इस अवसर पर नेपाल की राष्ट्रीय धर्म सभा और सनातन हिंदू मोर्चा के डॉ माधव प्रसाद भट्टाराई ने जानकारी दी कि नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टियों के इशारे पर नेपाल में भ्रमपूर्ण 'धर्मनिरपेक्ष' संविधान लागू किया गया है, जबकि अधिकाँश नेपालीजन एक सम्मानजनक स्थिति के पक्षधर हैं । भट्टाराई ने नेपाल से हिंदू राज्य का दर्जा छीनने को यूरोपीय संघ, चीन और अमेरिका की संयुक्त साजिश करार दिया और कहा कि सनातन संस्कृति और नेपाल की विरासत को नष्ट करने के लगातार प्रयत्न हो रहे हैं । नेपाल में 82% हिंदू हैं, जबकि शेष में बौद्ध 9% तथा कीरत 3% हैं। वे सभी समुदाय ओंकार में विश्वास करते हैं ! दूसरे शब्दों में कहा जाए तो नेपाल की कुल आबादी में से 94% ओंकार परिवार के रूप में है । लेकिन, अंतरराष्ट्रीय साजिश के कारण नेपाल भी अब हिंदू राज्य नहीं है। भट्टाराई ने आह्वान किया कि इन परिस्थितियों में भारत को मूक दर्शक नहीं रहना चाहिए । अगर भारत इस समय नेपाल में हिंदू राष्ट्र को समर्थन नहीं देगा तो आने वाले समय में दोनों देशों को इसका खामियाजा भुगतना पडेगा ।

हिंदू विद्या केन्द्र, वाराणसी के निदेशक प्रो. रामेश्वर मिश्रा “पंकज” ने स्पष्ट शब्दों में भारतीय विरासत, उसके इतिहास, शिक्षा व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, कृषि विज्ञान, स्वास्थ्य और औषधीय प्रणाली को विकृत करने में कम्युनिस्ट और धर्मनिरपेक्ष शिक्षा के पाप का खुलासा किया ! 

इसी विषय को आगे बढाते हुए धर्मपाल शोध पीठ, भोपाल (मध्य प्रदेश) की निदेशक प्रो. कुसुमलता केडिया ने कहा कि नई पीढ़ी को इतिहास के वास्तविक तथ्यों और आंकड़ों से अवगत कराना आवश्यक है । अन्यथा वामपंथी 'बौद्धिक लम्पें' इस समृद्ध संस्कृति और भारत की विरासत को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे । उसके धाराप्रवाह भाषण में प्रो केडिया ने बाईबिल काल से वर्तमान तक आधुनिक यूरोप और अमेरिका में महिलाओं की दुर्दशा तथा अति प्राचीन काल में भी भारत में महिलाओं की श्रेष्ठ स्थिति का तुलनात्मक विश्लेषण किया । उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई, अहिल्याबाई, चेन्नम्मा, रूद्रम्बा जैसी मातृशक्ति का वर्णन किया जिन्होंने अपने राज्यों में शासन किया और वैधव्य के बाबजूद अलौकिक कार्य किये ! जबकि पाश्चात्य इतिहासकार केवल “सतीदाह” का वर्णन करते हैं ।

झारखंड और बंगाल में एचजेएस समन्वयक श्री आनंद जाखोटिया ने राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन के महत्व देने वाले एचजेएस के 37 बिंदु पत्रक पर प्रकाश डाला । मंगलूर के सांसद श्री दिनेश ने अपने अनुभव साझा किये कि किस प्रकार वे सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति के संस्थापक गुरु जयंत अठावले, की कृपा से एक समृद्ध कपड़ा व्यापारी से हिंदू राष्ट्र के लिए समर्पित कार्यकर्ता में रूपांतरित हुए ।

तेलंगाना विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक और भाग्यनगर (हैदराबाद) के समर्पित हिंदू नेता, श्री राजा सिंह ठाकुर ने हैदराबाद में इस्लामी धर्मान्धता और दक्षिणी भारत में पनपती जिहादी मनोवृत्ति से देश को सतर्क रहने का आग्रह किया । उन्होंने कहा कि सार्वजनिक गौकसी, लव जिहाद या हिंदू त्योहारों पर हमले जैसी घटनाएँ तभी रुकेंगी जब हिंदू युवा सशक्त होंगे ! इस अवसर पर उन्होंने इस दिशा में श्री राम युवा शिवसेना द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी ।

छत्तीसगढ़ गो-सेवा आयोग के संरक्षक श्री राम बालकदास जी महाराज ने हिंदू धर्म पर हो रहे आक्रमणों को रोकने के लिए संतों की एकता पर जोर दिया । उन्होंने कहा कि इन दिनों हिंदुत्व' पर हमला करने के लिए विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल किया जा रहा है। संन्यासी उत्पीड़न की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। राष्ट्र विरोधी और हिन्दू विरोधी षड्यंत्रकारी 'हिंदुत्व' और हिंदू संतों को लांछित और अपमानित कर रहे हैं । पूरे भारत में हिंदू संतों के बीच एकता का अभाव ही इस दुरावस्था का मूल कारण है। 

अपने समापन भाषण में एचजेएस के राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. चारुदत्त पिंगले ने कहा कि इस हिन्दू अधिवेशन में भाग लेने वाले आप सभी महानुभाव अपने अपने संबंधित क्षेत्रों में हिंदू राष्ट्र के मशाल वाहक हैं । उन्होंने अधिवेशन की सफलता के लिए सभी संबंधित पक्षों के प्रति आभार व्यक्त किया। अपने प्रेरणादायक भाषण में डॉ पिंगले ने आईएसआईएस और कुबुद्धिवादियों की चुनौती का उल्लेख करते हुए कहा कि समय ही बताएगा कौन विजयी होगा। हमें अपने शास्त्रों पर विश्वास है, जिनमें कहा गया है – “यतो धर्मः ततो जयः” । हिन्दू धर्म के पक्ष में हैं अतः उनकी विजय सुनिश्चित है ।

अंत में पूर्ण वंदे मातरम् के सस्वर पाठ के साथ अधिवेशन का समापन हुआ ।

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