शिवपुरी की भ्रष्टाचार विरोधी आम जनता ने हस्ताक्षर अभियान के द्वारा दिया मोदी को अपना समर्थन

शिवपुरी शहर की भ्रष्टाचार विरोधी आम जनता ने हस्ताक्षर अभियान के द्वारा मोदी सरकार को अपना समर्थन देते हुए उन लोगों को खासा सबक सिखाया जो अभी तक यह कह रहे थे कि सरकार के नोटबंदी के फैसले से आम जनता परेशान है ! यह हस्ताक्षर अभियान न किसी राजनैतिक दल या राजनैतिक विचारधारा के लोगों के द्वारा चलाया गया बल्कि यह अभियान शहर की ईमानदार, राष्ट्रवादी एवं भ्रष्टाचार विरोधी जनता के द्वारा चलाया गया ! 

इस अभियान के दौरान सरकार के नोटबंदी के फैसले का समर्थन कर हस्ताक्षर करने वाले लोगों ने भारत सरकार के इस फैसले की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए इसे ऐतिहासिक और काला कारोबारियों पर अंकुश लगाने वाली कार्यवाही बताया ! हस्ताक्षर करने वाले लोगों से जब उन्हें किसी परेशानियों का सामना करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी तक उन्हें किसी भी बड़ी ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है जैसा कि वर्तमान सरकार की विरोधी पार्टियां एवं कुछ मीडिया हाउस प्रचारित कर रहे है ! 

नगदी के द्वारा छोटी मोटी हो रही परेशानियों के बारे में लोगों ने उदाहरण प्रस्तुत किया कि जब मोहल्ले की सड़क बनती है तो कुछ समय के लिए वहां के रहवासियों को हल्की फुल्की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और सड़क बन जाने के बाद उस पर भरी भरकम वाहन भी फर्राटा भरते नजर आते है ठीक उसी प्रकार वर्तमान में तो देश का पुननिर्माण हो रहा है जिसके भविष्य में बहुत ही सुखद परिणाम आना है जिसके लिए उन्हें यदि कुछ दिन इन छोटी छोटी परेशानियों का सामना करना पड़े तो वे इसके लिए सहर्ष तैयार है, क्यूंकि अभी तक जिन काला कारोबारियों पर लगाम कसी जा रही है उनके द्वारा आम जनता को वर्तमान समस्याओं से कई गुना अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था और ऐसे लोगों को पूर्व की सरकारों का पूर्ण संरक्षण प्राप्त होता था जिसके कारण उनके होसले बुलंद होते जा रहे थे पर आम जनता की इस पीढ़ा को समझकर मोदी सरकार ने बिना किसी स्वार्थ के एक सराहनीय एवं ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिसे कई विपक्षी पार्टियाँ पचा नहीं पा रही है और उनके पेट में मरोड़े उठना प्रारम्भ हो गयी है ! 

इस अभियान में हस्ताक्षर करने वाले लोग भी किसी पार्टी, संगठन के कार्यकर्ता नहीं थे बल्कि इस अभियान की सराहना करने वालों में आम दिहाड़ी मजदूर, शिक्षक, व्यापारी, विद्यार्थी, कृषक, पत्रकार, सामान्य गृहणी, बैंक कर्मचारी रहे और सभी ने भारत सरकार के इस फैसले का भरपूर समर्थन कर सरकार के हाथ मजबूत करने का प्रण भी लिया !

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