दाउद इब्राहिम का ख़ास साथी तारिक परवीन मुंबई के क्रोफर्ड से दबोचा !


भारत के मोस्ट वॉन्टेड अपराधी और पाकिस्तान में छिपे बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का खास तारिक परवीन भारत में गिरफ्तार किया गया है | तारिक को यूपी पुलिस की विशेष टीम ने मुंबई से गिरफ्तार किया है | आपको बता दें कि मुंबई के चर्चित सहारा मॉल केस में उसे 2004 में सज़ा हुई थी | उसे मुंबई के क्राफर्ड मार्केट से गिरफ्तार किया गया | यूपी पुलिस को 12 साल से उसकी तलाश थी |

सूत्रों का मानना है कि तारिक का महत्व उसके द्वारा मुंबई में किए गए अपराध से नहीं , बल्कि दाऊद और उसके व्यापारिक हितों से नजदीकी की वजह से है | एक अधिकारी के अनुसार , वह सूचनाओं की खान है और वह हमें दाऊद के गिरोह के बारे में अंदरूनी जानकारी दे सकता है |

हालांकि क्राइम ब्रांच के एक वर्ग को तारिक से दाऊद के बारे में सूचनाएं मिलने के बारे में संदेह है | उनका मानना है कि पहले भी दाऊद काफी चालाक साबित हुआ है और उसने केवल उन्हीं लोगों को वापस भेजा है , जो उसके काम के नहीं हैं या जिन्हें उसके गिरोह के बारे में बहुत कम जानकारी है | उनके अनुसार , यह इस बात का अच्छा उदाहरण है कि किस तरह से दाऊद का नजदीकी सहयोगी भी उसके काम का नहीं रह जाता |

स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पुणे के रहने वाले अजीजुद्दीन और लखनऊ के अकील अहमद को 1999 में भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद के साथ गिरफ्तार किया था, जिनमें एके-47 और 96 जिंदा कारतूस भी थे | लेकिन परवीन उस समय पुलिस को चकमा देकर मुंबई भाग गया था |

यादव ने बताया कि परवीन ही नेपाल से हथियारों की तस्करी कर भारत लाया था, जिसका इस्तेमाल पूर्व मुंबई महापौर की हत्या के लिए किया गया था | उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एके गुप्ता ने एटीएस और लखनऊ पुलिस को यह मामला देखने के लिए कहा था | इसके बाद पुलिस दल ने मुंबई जाकर परवीन की खोजबीन शुरू की थी, जिसमें पता चला था कि वह रियल एस्टेट का व्यवसाय करता है |

परवीन ने सोमवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया कि वह दुबई भाग गया था, लेकिन 2004 में उसे दोबारा भारत भेज दिया गया | उसने पुलिस के समक्ष यह भी स्वीकार किया कि वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लिए काम करता था |

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