सेरो सर्वे, ICMR, sero-surveillance study.
ICMR के सेरो सर्वे में सामने आया है कि सिर्फ 0.73 प्रतिशत सैंपल पॉपुलेशन कोविड 19 से संक्रमित है | आईसीएमआर द्वारा किए गए सेरो सर्विलांस स्टडी में ये खुलासा किया गया कि जिस आबादी पर सर्वे किया गया, उसमें 0.73 फीसदी में SARS-CoV-2 से संक्रमित होने के लक्षण दिखे | गुरुवार को ब्रीफिंग में आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने ये बात कही | कोविड-19 को लेकर आईसीएमआर ने अपना पहला सेरो सर्वे स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट्स, एनसीडीसी और डब्ल्यूएचओ इंडिया के सहयोग से मई में किया था |
ये अध्ययन 83 जिलों में किया गया था जिसमें 28,595 परिवारों के 26,400 लोग शामिल थे | इस अध्ययन को दो भागों में किया गया | पहले भाग में ये पता लगाना था कि आम आबादी का कितना फीसदी हिस्सा SARS-CoV-2 से प्रभावित रहा है | ये अध्ययन पूरा हो गया है | दूसरे हिस्से में आबादी के उस हिस्से में SARS-CoV-2 के लक्षणों का पता लगाना था जो हॉटस्पॉट शहरों के कटेनमेंट जोन्स में रह रहे हैं | ये अध्ययन अभी पूरा होने की प्रक्रिया में है |
शहरों और झुग्गियों में खतरा ज्यादा
इस अध्ययन में यह भी साफ तौर पर कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान जो उपाय किए गए उससे संक्रमण फैलने की दर कम रही है और कोविड-19 कम तेजी से फैला | आईसीएमआर ने आकलन किया है कि ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरों में संक्रमण फैलने का खतरा 1.09 प्रतिशत तक ज्यादा है और शहरी स्लम में 1.89 फीसदी तक और ज्यादा |
हालांकि संक्रमण से मृत्यु दर बहुत कम 0.08 प्रतिशत है | वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या एक्टिव मामलों से ज्यादा हो गई है |
हालांकि संक्रमण से मृत्यु दर बहुत कम 0.08 प्रतिशत है | वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या एक्टिव मामलों से ज्यादा हो गई है |
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