अद्भुत जापान - कुछ रोचक, कुछ हैरतंगेज |

Japan cleaning


* जापानी बच्चे प्रतिदिन 15 मिनिट अपने शिक्षकों के साथ अपने विद्यालय की सफाई करते हैं | इसके पीछे का मुख्य उद्देश्य जापान की भावी पीढी को स्वच्छता के प्रति जागरूक और इच्छुक बनाना है।
* कुत्ता पालने वाला प्रत्येक जापानी नागरिक उसे घुमाते समय अपने साथ एक विशेष बैग रखता है, जिसमें वह उसका मल एकत्रित कर लेता है | स्वच्छता के प्रति प्रत्येक जापानी सचेत रहता है, या यूं कहें कि सफाई के प्रति जागरुकता जापानी नैतिकता का हिस्सा है।
*सफाई कर्मचारी को जापान में "स्वास्थ्य इंजीनियर" कहा जाता है और उसे प्रतिमाह 5000 से 8000 अमरीकी डालर वेतन के रूप में प्राप्त होता है | उसकी नियुक्ति के पूर्व लिखित और मौखिक परिक्षा होती है |
* जापान के पास किसी प्रकार के प्राकृतिक संसाधन नहीं है और वे प्रतिवर्ष सैंकड़ों भूकंप भी झेलते हैं, किन्तु उसके बाद भी जापान दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है ।
* हिरोशिमा में परमाणु बम गिराने के मात्र दस वर्ष बाद वे पुनः उसी प्रकार आर्थिक रूप से जीवंत हो गए, जैसे कि बम गिरने से पूर्व थे |
* जापान ने गाड़ियों और रेस्तरां के अन्दर मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित किया हुआ है ।
* कक्षा एक से छः तक की प्राथमिक कक्षाओं में जापानी छात्रों को अन्य लोगों के साथ व्यवहार करना सिखाया जाता है ।
* दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक होने के बाद भी जापानी नौकर नहीं रखते | माता पिता ही घर और बच्चों देखभाल और सारसंभाल करते हैं ।
* प्राथमिक स्तर की पहली से तीसरी कक्षा तक कोई परीक्षा नहीं होती, क्योंकि शिक्षा को लेकर उनका लक्ष्य व अवधारणा केवल चरित्र निर्माण है।
* यदि आप जापान के किसी बुफे रेस्तरां में जाएँ तो पायेंगे कि वे केवल आवश्यकतानुसार ही भोजन लेते हैं, क्योंकि उनकी मान्यता है कि भोजन बरबाद नहीं किया जाना चाहिए ।
* जापान में प्रतिवर्ष ट्रेन लेट होने की दर मात्र लगभग सात सेकंड है !! जापानी समय के मूल्य को जानते हैं, अतः मिनिट और सैकिंड तक उसके बहुत पाबंद हैं ।
* स्कूलों में बच्चों को भोजन के तुरंत बाद दांत ब्रश करना आवश्यक होता है | कम आयु से ही उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की शिक्षा दी जाती है |
* भोजन का पाचन सुनिश्चित करने के लिए जापानी छात्र अपना भोजन समाप्त करने में लगभग आधा घंटे का समय लेते हैं | जापानी समझते हैं कि ये छात्र ही जापान का भविष्य हैं।


जापानी अपनी संस्कृति को बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित। रखते हैं, इसलिए -
* इस्लामी राष्ट्र के किसी राजनीतिक नेता या प्रधानमंत्री ने जापान का दौरा नहीं किया | नातो ईरान के अयातुल्ला न सऊदी अरब के राजा और यहां तक ​​कि किसी सऊदी प्रिंस ने भी नहीं !!
* जापान में इस्लाम और मुसलमानों पर लगाए गए सख्त प्रतिबंध -
1) मुसलमानों को नागरिकता न देने वाला जापान अकेला राष्ट्र है।
2) जापान में मुसलमानों को स्थायी निवास की भी अनुमति नहीं है।
3) जापान में इस्लाम के प्रचार-प्रसार पर मजबूत प्रतिबंध है।
4) जापान,के किसी विश्वविद्यालय में अरबी या अन्य कोई इस्लामी भाषा नहीं सिखाई जाती ।
5) अरबी भाषा में प्रकाशित 'कुरान' आयात नहीं कर सकते।
6) जापानी सरकार द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार केवल दो लाख मुसलमानों को वहां अस्थाई निवास की अनुमति दी गई है, किन्तु उन्हें जापानी कानून मानने होते हैं, जापानी में ही बात करनी होती है और अपने धार्मिक अनुष्ठान केवल अपने घरों में ही करने की अनुमति होती है ।
7) जापान दुनिया का एकमात्र देश है, जहां इस्लामी देशों के दूतावासों की संख्या नगण्य है ।
8) जापान में रहने वाले मुसलमान केवल विदेशी कंपनियों के कर्मचारी हैं।
9) आज भी, मुस्लिम डॉक्टरों, इंजीनियरों या विदेशी कंपनियों द्वारा भेजे गए प्रबंधकों को वीजा नहीं दी जाती ।
10) अधिकाँश कंपनियों ने नियम बनाया हुआ है कि कोई मुसलमान नौकरी के लिए आवेदन न करे ।
11) जापानी सरकार का मानना है कि मुसलमान कट्टरपंथी हैं, अतः वे इस वैश्वीकरण के युग में भी अपने मुस्लिम कानूनों में परिवर्तन करने को तैयार नहीं हैं ।
12) यहाँ तक कि मुसलमानों को जापान में किराए पर मकान भी नहीं मिलता ।
13) इसके बाद भी कोई मुस्लिम पडौसी बन जाए तो आसपास रहने वाले सतर्क हो जाते हैं ।
14) जापान में कोई भी इस्लामी सेल या अरबी 'मदरसा' शुरू नहीं किया जा सकत ।
15) जापान में कोई शरीयत कानून लागू नहीं है।
16), यदि कोई जापानी महिला किसी मुस्लिम से शादी करे तो वह हमेशा के लिए एक निर्वासित मानी जाती है।
17) टोक्यो यूनिवर्सिटी ऑफ़ फॉरेन स्टडी में अरब / इस्लामिक स्टडीज के प्रोफेसर श्री कुमिको यागी के अनुसार -
"जापानी मान्यता है कि इस्लाम एक बहुत ही संकीर्ण विचारधारा वाला धर्म है और उससे दूर रहना चाहिए। "

यद्यपि जापानी युद्ध में पराजित हुए, किन्तु वे अपने देश के प्रभारी रहे हैं। वहाँ भीड़ भरे व्यापार केन्द्रों पर कोई बम विस्फोट नहीं होता, ना कोई ओनर किलिंग और नाही मासूम बच्चों या किसी और की हत्या।*

आधार - 

http://tomohalloran.com/2013/09/04/japan-some-interesting-facts/ का हिन्दी अनुवाद 

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