कितना मानवीय है सलमान का एनजीओ बीइंग ह्यूमन ?

सलमान से मिलना मुश्किल

सलमान की कार से मारे गए नूरुल्लाह शेख का बेटा फिरोज

सलमान खान के वकीलों के अनुसार सलमान खान बीइंग ह्यूमन नाम का एक एनजीओ चलाते हैं, जो टीशर्ट और अन्य कई तरह के कपड़े ऑनलाइन और स्टोर के जरिए बेचता है। सेल्स का एक हिस्सा गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए खर्च किया जाता है। उनका कहना है कि अभी तक 600 बच्चों की हार्ट सर्जरी कराई है | इस पर 42 करोड़ रूपया खर्च किया गया है | 

इसके अतिरिक्त जनवरी 2012 में सलमान खान ने अपने इस एनजीओ के जरिए 40 लाख डॉलर उत्तर प्रदेश के करीब 400 कैदियों को 63 जेलों से रिहा करने के लिए दिए थे। इन कैदियों ने अपनी सजा तो पूरी कर ली थी, लेकिन उनके पास पैसों की कमी होने की वजह से अपना जुर्माना नहीं चुका पा रहे थे। 

सलमान खान की बीइंग ह्यूमन के पास पैसे कपड़े बेचकर आते हैं, जिसके लिए इसका मंधाना इंडस्ट्री लिमिटेड के साथ टाईअप है। बुधवार को जैसे ही सलमान खान को कोर्ट ने सजा सुनाई, देखते ही देखते मंधाना इंडस्ट्री के शेयर 4.74 प्रतिशत गिर गए।

दूसरी ओर केवल 2014-15 में ही बीइंग ह्यूमन ने 170 करोड़ रुपए की कमाई की थी, जो इससे पहले वाले साल में 131 करोड़ रुपए थी। अब सवाल उठता है कि इसमें से केवल 42 करोड़ रूपया ही बच्चों के इलाज आदि पर खर्च हुआ, अधिकाँश राशि अपराधियों के जेल से बाहर लाने में व्यय की गई | क्या इस तथाकथित एनजीओ की व्यापक जांच नहीं होनी चाहिए | 

क्या यह हैरत की बात नहीं है कि 28 सितंबर 2002 को हुए हादसे में अभिनेता सलमान ख़ान की गाड़ी से कुचल कर मारे गए नुरूल्लाह शेख़ शरीफ़ के परिवार की अभी तक कोई खोज खबर भी लेने की जरूरत इस अभिनेता ने नहीं समझी | यह परिवार अभी भी मुंबई के मलाड इलाके में एक झुग्गी में ही रहता है | उन लोगों की हालत इतनी दयनीय है कि यह जानते हुए भी के सलमान ही उनके पिता के हत्यारे हैं, मारे गए नूरुल्लाह का बेटा फ़िरोज़ शेख चाहता हैं कि सलमान को सज़ा न मिले क्योंकि उसे सलमान से आर्थिक सहायता की आशा है | 

27 वर्षीय फ़िरोज़ अपने पिता की मौत के बाद से मजदूरी करने को मजबूर हैं। फ़िरोज़ का कहना है कि उसने कई बार सलमान के घर जाकर उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन उसे हमेशा गेट से ही भगा दिया गया। 

किन्तु वह सलमान को भी माफ़ करने को तैयार हैं, बस सलमान एक बार उन्हें कोई काम दिलवा दें। फ़िरोज़़ ने कहा, "मेरे अब्बा तो चले गए और इसका हमें दुख है. लेकिन सलमान से हमें कोई बदला नहीं चाहिए। उनके जेल जाने से हमें क्या मिलेगा ?

आधार - http://www.amarujala.com/feature/samachar/business/corporate/the-story-of-being-human-foundation-of-salman-hindi-news/?page=0
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