संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक रांची में प्रारम्भ |



राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वर्ष में दो बार अखिल भारतीय बैठकें आयोजित होती हैं | उनमें से ही एक है अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक, जो दीपावली के आसपास होती है | इन बैठकों में राष्ट्र व हिंदुत्व विषयक विचार विमर्श उपरांत प्रस्ताव भी पारित होते हैं | इस बार नागपुर में जिस प्रकार अपने विजयादशमी उद्बोधन में सरसंघचालक जी ने समान नागरिक सहिता की बात की थी, उससे संकेत मिलते हैं कि इस बार संघ के प्रस्ताव में भी समान नागरिक संहिता की बात होगी | स्मरणीय है कि हांल के दिनों में जारी हुए 2011 के जनसंख्या आंकड़ों में जनसंख्या असंतुलन चिंताजनक रूप से सामने आया है | हिन्दुओं के घटते जनसंख्या प्रतिशत तथा मुस्लिम जनसंख्या वृद्धि ने देशभक्तों को चिंतित किया है |

इस बार यह बैठक रांची में आयोजित हो रही है | आज इस तीन दिवसीय बैठक का औपचारिक उद्घाटन दीप प्रज्वलन कर सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत तथा सर कार्यवाह श्री सुरेश "भैयाजी" जोशीं ने किया | स्मरणीय है कि अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल संघ की सर्वोच्च इकाई है, जो तदनुरूप निर्णय लेती व योजनाओं को कार्यरूप में परिणित करती है | यह बैठक रांची में पहली बार संपन्न होने जा रही है | इसमें संघ व संघ से जुड़े संगठनों के चयनित प्रांत स्तरीय पदाधिकारी सम्मिलित हो रहे हैं | इनमें मुख्य हैं, भारतीय किसान संघ, वनवासी कल्याण आश्रम, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, भारतीय मजदूर संघ, विश्व हिन्दू परिषद्, भारतीय जनता पार्टी, विद्या भारती, विज्ञान भारती, क्रीडा भारती, सेवा भारती, संस्कृत भारती, संस्कार भारती, लघु उद्योग भारती, राष्ट्र सेविका समिति, स्वदेशी जागरण मंच, दीनदयाल शोध संस्थान, भारत विकास परिषद्, शैक्षणिक महासंघ, धर्मजागरण आदि |

इनके अतिरिक्त सम्पूर्ण भारत में कार्यरत संघ के प्रांत संघचालक, कार्यवाह व प्रांत प्रचारक भी बैठक में उपस्थित हैं | इनके अतिरिक्त विविध क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करने वाले देश के प्रमुख 400 सामाजिक कार्यकर्ता भी बैठक में भाग ले रहे हैं | 

संघ के प्रचार प्रमुख श्री मनमोहन बैद्य ने संवाददाताओं को बताया कि हाल ही में जारी जनगणना आंकणों से यह स्पष्ट हुआ है कि विगत दस वर्षों में मुस्लिम जनसंख्या 0.8 % वृद्धि के साथ 13.8 करोड़ से बढ़कर 17.22 करोड़ हो गई है | जबकि हिदू जनसंख्या बढ़ने के स्थान पर 0.7 % कम हुई है | इस वर्ष के विजयादशमी संबोधन में सरसंघचालक श्री मोहन भागवत ने विगत दो जन गणना के आंकड़ों पर चिंता जताई थी | श्री बैद्य ने कहा कि यह हमारे वर्तमान व भविष्य से जुड़ा मुद्दा है, तथा इसपर वोटबेंक की राजनीति से ऊपर उठकर सर्वांगपूर्ण व्यापक दृष्टिकोण से विचार कर एक समग्र जनसंख्या नीति बनाये जाने की आवश्यकता है | 

श्री बैद्य ने बंगलादेश घुसपैठ को लेकर बने उपमन्यु हजारिका कमीशन की रिपोर्ट पर देशव्यापी चर्चा की जरूरत भी बताई, जिसके अनुसार आसाम के मूल निवासियों के अल्पसंख्यक होने का खतरा उत्पन्न हो गया है | आसाम और बंगाल की जनसांख्यिकी स्थिति में व्यापक परिवर्तन हुआ है, जिसके कारण वहां भारतीय कम और विदेशी तत्व अधिक होते जा रहे हैं |

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