राजद्रोह के आरोपी उमर खालिद का शर्मनाक बयान, आतंकवादी बुरहान वानी को बताया क्रांतिकारी



राजद्रोह के आरोपी जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र उमर खालिद ने कश्मीर में मारे गए आतंकी सगंठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का कमांडर बुरहान वानी पर शर्मनाक बयान दिया है ! उमर खालिद ने बुरहान वानी की तुलना मार्क्सवादी नेता चे ग्वेरा से की है ! जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के आरोपी उमर खालिद ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस विवाद को जन्म दिया है !

क्या लिखा खालिद ने

खालिद ने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘चे ग्वेरा ने कहा था- अगर मैं मर जाऊं और कोई दूसरा मेरी बंदूक उठाकर गोलियां चलाता रहे तो मुझे परवाह नहीं, लेकिन ऐसे ही शब्द बुरहान वानी के भी रहे होंगे ! ’ खालिद ने आगे लिखा, ‘बुरहान को मौत से डर नहीं था। वह बंदिशों में जीने वाली जिंदगी से डरता था। उसने इसका विरोध किया। उसने एक आजाद शख्स के तौर पर जिंदगी को जिया और आजाद होकर ही मर गया। भारत! तुम उन लोगों को किस तरह हराओगे, जिन्होंने अपने डर को हरा दिया है?’ जेएनयू छात्र नेता ने कहा- ‘रेस्ट इन पावर बुरहान! कश्मीर के लोगों के साथ पूरी सहानुभूति।’

एक दूसरी पोस्ट में उमर खालिद ने तंज कसते हुए लिखा, ‘सिर्फ बुरहान वानी का ही क्यों, मैं मौतों का, बलात्कार का, टॉर्चर का, लापता होने का और अफ्सपा का, हर बात का जश्न मनाउंगा। मैं समीर राह की मौत पर भी सफाई दूंगा। वो 12 साल का लड़का जिसे 2010 में पीट पीटकर मार दिया गया। आयशा और नीलोफर का शोपियां में कभी रेप कर मारा ही नहीं किया। वह हकीकत में नहर में डूब गई थीं।’

खालिद ने लिखा- आज से मैं शुतुरमुर्ग बन जाउंगा, मैं एक कायर बन जाउंगा जिसे सत्ता में काबिज लोगों से कायरों को दबाने के लिए खूब तारीफें मिलती हैं लेकिन राष्ट्रवादियों से मेरा एक छोटा सवाल भी है, क्या ऐसा करने से कश्मीर की जमीनी हकीकत बदल जाएगी ?

आखिर खालिद राष्ट्रवादियों से क्या पूछना और कहना चाहता है ? क्या खालिद की नजर में कश्मीर मुसलमानों का बपौति है, कश्मीर पर मुसलमानों का राज है ? क्या खालिद कश्मीर को भारत से अलग करवाना चाहता है ? क्या कश्मीर को पाकिस्तान को दे दिया जाए ? साफ साफ़ बताये खालिद कैसे बदलेगी कश्मीर की जमीनी हकीकत ? पाकिस्तानी हमलावरों की भेष में घुसे पाक सैनिकों के समर्थन से या फिर बंदूक उठाने वालों की सोच से …बताओ कैसे बदलेगी कश्मीर की जमीनी हकीकत ? 

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