शिवपुरी - प्रभारी मंत्री श्री रूस्तम सिंह एवं श्रीमती सिंधिया की मोजूदगी में ईको फे्रण्डली मूर्ति निर्माण हेतु मूर्तिकारो की कार्यशाला सम्पन्न

शिवपुरी, 04 अगस्त 2016/ लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने कहा कि ईको फ्रेन्डली मूर्ति निर्माण के लिए मूर्तिकारो की कार्यशाला का आयोजन एक सराहनीय पहल है। इस प्रकार के आयोजन से पूरे प्रदेश में इ्रको फे्रन्डली मूर्ति बनाने के प्रति एक माहौल निर्मित होगा। जिससे जल प्रदूषण पर भी रोक लगेगी। इस कार्यशाला से अन्य जिले भी प्रेरणा लेंगे। उक्त आशय के विचार प्रभारी मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने क्षेत्रीय कार्यालय म.प्र.प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विजयपुर गुना द्वारा ईको फ्रेण्डली मूर्ति निर्माण कार्य से संबंधित शिवपुरी में आयोजित एक दिवसीय जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने की। विधायक श्री प्रहलाद भारती, कलेक्टर श्री राजीव दुबे, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सुशील रघुवंशी, अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कमल मौर्य, अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री रूपेश उपाध्याय आदि मंचासीन थे। इस अवसर पर ई-वेस्ट वैन का भी लोकापर्ण किया गया।

प्रभारी मंत्री श्री रूस्तम सिंह ने ईको फे्रण्डली मूर्तियों के निर्माण हेतु कार्यशाला के आयोजन हेतु प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ई-को फे्रण्डली मूर्तियों के निर्माण हेतु शिवपुरी सहित पूरे प्रदेश में एक माहौल निर्मित होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से ग्वालियर, मुरैना सहित अन्य जिले भी ईको फे्रण्डली मूर्तियां बनाने के लिए आगे आए। जल प्रदूषण रोकने में भी ईको फे्रण्डली मूर्तियां काफी कारगर सिद्ध होगी। श्री रूस्तम सिंह ने विभिन्न स्थानों से आए मूर्तिकारों से आग्रह किया कि वे आज इस कार्यशाला के माध्यम से संकल्प लेकर जाए कि वे अब ईको फे्रण्डली मूर्ति ही बनाएगे। जिसका लाभ जिले के लोगों को प्राप्त होगा। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए खेल एवं युवा कल्याण, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि भोपाल में म.प्र.प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ईको फे्रण्डली मूर्ति बनाने हेतु मूर्तिकारों की कार्यशाला आयोजित की गई। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले में भी ईको फे्रण्डली मूर्तियां बनाने के लिए मूर्तिकारो की एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मूर्तिकारों को यह बताया जाएगा कि प्लास्टर आॅफ पेरिस एवं अन्य कैमिकल से बनी मूर्तियां पानी को प्रदूषित करती है। जिससे कई बीमारियां होने के साथ जलजीवो को भी नुकसान होता है। इससे बचाव हेतु हमें ईको फे्रण्डली मूर्तियां बनानी होंगी। इस कार्यशाला के माध्यम से मूर्तिकारों को भी सीखने का अवसर प्राप्त होगा। 

कार्यक्रम के शुरू में क्षेत्रीय कार्यालय म.प्र.प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी श्री के.एन.कटारे ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यशाला के उद्देश्यो एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विभिन्न रंगो एवं कैमिकल एवं प्लाटर आॅफ पेरिस से बनी हुई मूर्तियां जल स्त्रोतो को प्रदूषित करती है। इसके लिए एनजीटी ने रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि ईको फे्रण्डली मूर्तियों का निर्माण कच्ची मिट्टी एवं प्राकृतिक रंगो का उपयोग कर उन्हें बनाया जाएगा। इस अवसर पर प्रशिक्षक के रूप में श्रीमती प्रेरणा शर्मा, कु.प्रीति भारद्वाज एवं श्रीमती भारद्वार को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। कार्यक्रम का संचालन श्री समर्थ अग्रवाल ने किया। उन्होंने इस दौरान मूर्तिकारो द्वारा बनाई गई ईको फे्रण्डली मूर्तियो का अवलोकन किया।

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