शिवपुरी - राष्ट्रीय गीत प्रतियोगिता से प्रारंभ हुआ भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी का संस्कृति सप्ताह

शिवपुरी। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी बच्चों में संस्कृति का विकास हो इसे ध्यान में रखते हुए समाजसेवी संस्था भारत विकास परिषद शाखा शिवपुरी द्वारा 22 से 28 अगस्त तक संस्कृति सप्ताह मनाया जा रहा है। संस्कृति सप्ताह का भव्य शुभारंभ संस्था द्वारा गोद लिया गया जेजेआर स्कूल में संस्था की प्रांतीय संस्कृति सप्ताह पदाधिकारी श्रीमती प्रेरणा सांड द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सरला वर्मा ने की। संस्कृति सप्ताह के प्रथम दिवस में स्थानीय जेजेआर स्कूल में राष्ट्रीय गीत प्रतियोगिता एवं क्ले आर्ट की क्लास भी आयोजित की गई जिसमें वंदना शिवहरे ने इस क्ले आर्ट के बारे में बच्चों को महती जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में श्रीमती सुनीता अग्रवाल, अनीता सिंह, स्नेहलता शर्मा, रीना गुप्ता, रीतेश जैन रोमी सहित सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती सुमिता कोचेटा द्वारा किया गया। संस्था अध्यक्ष अभय कोचेटा द्वारा बताया कि यह संस्कृति सप्ताह कार्यक्रम संयोजिका श्रीमती आंकाक्षा गौड़ व सह संयोजक श्रीमती अनीता सिंह की मौजूदगी में संचालित किया जा रहा है। 

बच्चों ने लिया भाग, रोहित, दीपा व आरती रही विजयी

संस्कृति सप्ताह के तहत आयोजित जेजेआर स्कूल में राष्ट्रीय गीत प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों में भावना जाटव, चन्द्रमुखी, नैन्सी, भारती, ललिता, आरती प्रजापति, दीपा जाटव, रोहित जाटव, गोल्डी नैनसी, शीतल जाटव, संजना कुशवाह, अंजली जाटव, भूरी, काजल जाटव ने भजन, गीत व राष्ट्रीय पर्व पर आधारित गीतों की प्रस्तुति दी। जिसमें श्रेष्ठ गीत के रूप में प्रथम पुरूस्कार रोहित जाटव, द्वितीय दीपा जाटव व तृतीय पुरूस्कार आरती प्रजापति को प्रदान किया गया। 

प्रकृति की थीम पर फैंसी डे्रस प्रतियोगिता आज

संस्कृति सप्ताह के द्वितीय चरण में स्थानीय किड्जी स्कूल में विषय नेचर(प्रकृति) को लेकर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन प्रात: 10 बजे से विद्यालय परिसर में किया जाएगा। इस प्रतियोगिता की संयोजक श्रीमती अनीता सिंह होंगी। प्रकृति पर आधारि फैंसी डे्रस प्रतियोगिता के साथ-साथ बच्चों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी भावना उत्पन्न हो इसे ध्यान में रखते हुए स्कूली बच्चों द्वारा विद्यालय प्रांगण में ही पौधरोपण कार्यक्रम भी किया जाएगा ताकि बच्चे पर्यावरण का यह संदेश जन-जन तक पहुंचा सके

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