नेहरू गांधी परिवार व अब्दुल्ला परिवार में समानता !



वर्षों से एक बात कही सुनी जाती रही है कि कश्मीर के अब्दुल्ला परिवार व नेहरू परिवार के बीच कुछ न कुछ रिश्ता है, जिसके चलते ही नेहरू जी ने हमेशा शेख अब्दुल्ला को तरजीह दी ! भले ही उसका खामियाजा भारत आजतक भुगत रहा हो ! अब हकीकत तो ऊपर वाला ही जाने, किन्तु दोनों परिवारों में साम्य अवश्य है ! जिस प्रकार जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी व राजीव गांधी, इन तीन पीढ़ियों ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में राज कर इतिहास बनाया, उसी प्रकार शेख अब्दुल्ला, उनके बेटे डा. फारुख अब्दुल्ला और उनके पोते उमर अब्दुल्ला तीनों ही जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे। इतना ही नहीं तो इन परिवारों के विवाह संबंधों में भी साम्य है ! जवाहरलाल नेहरू ने स्वयं को हिन्दू बताया, वो वस्तुतः थे या नहीं, यह विवाद का विषय हो सकता है ! लेकिन जब उन्होंने बाई एक्सीडेंट ही सही, स्वयं को हिन्दू घोषित किया, तथा उनका अंतिम संस्कार हिन्दू पद्धति से हुआ, तो मान लेते हैं कि वे हिन्दू ही थे ! उनकी बेटी इंदिरा जी ने मुस्लिम फिरोज से विवाह किया, एक नाती ने ईसाई सोनिया और दूसरे नाती ने सिख मेनका से विवाह किया ! लगभग वही कहानी अब्दुल्ला परिवार की भी है !

शेख अब्दुल्ला की पत्नी बेगम अकबर जहां गूजर थी। इसी रिश्ते के चलते दिवंगत राजेश पायलट ने गूजर होने के नाते डा. फारुख अब्दुल्ला से दोस्ती निभायी। यह दोस्ती इन दोनों नेताओं तक ही सीमित नहीं रही बल्कि उसके तार दोनों के बच्चों तक पहुंच गए। फारुख अब्दुल्ला की सबसे छोटी बेटी सारा और राजेश पायलट के बेटे सचिन की भी दोस्ती हो गई जो कि बाद में वैवाहिक बंधन में तब्दील हुई।

डा. अब्दुल्ला ने भी प्रेम विवाह किया था। जब वे लंदन में रहकर एमबीबीएस कर रहे थे तो उनकी एक ईसाई नर्स मौली से दोस्ती हो गई और दोनों ने शादी कर ली। हालांकि मौली बहुत कम ही हिंदुस्तान में रही। फारुख ने भी अपना ज्यादातर समय विदेश में ही बिताया। उनके चार बच्चे है। तीन बेटियां व एक बेटा। सबसे बड़ी बेटी साफिया श्रीनगर में पढ़ाती है। दूसरी बेटी हिना मां के साथ लंदन में रहती है जबकि तीसरी बेटी सारा की सचिन पायलट के साथ शादी हुई है। उमर अब्दुल्ला का जन्म भी ब्रिटेन में हुआ था। फारुक और मौली के संबंध बहुत अच्छे नहीं है। इसके बावजदू जब साल भर पहले उन्हें किडनी की जरुरत पड़ी तब मौली ने उन्हें अपनी किडनी दे दी। लंदन में उसका प्रत्यारोपण हुआ।

उमर ने भी संजय गांधी की तर्ज पर सिक्ख परिवार की पायल के साथ प्रेम विवाह किया । पायल मूलतः सिख है जो कि दिल्ली में रहती थी। उनके पिता मेजर जनरल रामनाथ लाहौर से थे। उनका नाम पहले पायल सिंह था। उमर व पायल की मुलाकात तब हुई जबकि वे दोनों आईटीसी ग्रुप के होटल में काम कर रहे थे। उमर मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव थे। दोनों में प्यार हो गया और 1994 में उनकी शादी हो गई। पायल खुद को घर तक ही सीमित रखती थी। दोनों ने 17 साल तक वैवाहिक जीवन बिताने के बाद 2014 में एक दूसरे से अलग होने का फैसला लिया। बताते हैं कि उन दोनों के संबंध खराब होने की वजह दिल्ली के एक जाने माने चैनल की एंकर रही। जो कि उमर अब्दुल्ला के काफी करीब आ गई थी। वह खुद भी कश्मीर से ही है। वैसे इस चैनल की एक और एंकर ने भी इसी राज्य के एक मंत्री से शादी की है।उनके दो बच्चे जमीर व जाहिर है जो कि अपनी मां के साथ ही रहते हैं। पायल की हिमाचल प्रदेश में जैरु नेचुरेल नामक मिनरल वाटर की कंपनी है। 

अब आते हैं मुख्य बात पर - जब उमर ने हिंदू पायल से शादी की तब विरोध नहीं हुआ। उस समय यह दलील दी गई कि इस्लाम में दूसरे धर्म की लड़की से शादी करने की इजाजत है पर जब उसकी बहन सारा ने हिंदू सचिन से शादी की तो पूरा परिवार इतना नाराज हो गया कि परिवार का कोई भी सदस्य उन्हें आशीर्वाद देने नहीं आया।
साभार आधार - नया इण्डिया समाचारपत्र 
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