प्रधानमंत्री मोदी, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री, शिवराज और रुस्तम सिंह के नाम शिवपुरी वासियों का मार्मिक पत्र

“शिवपुरी जिला अस्पताल” कहने को तो प्रदेश का नंबर वन अस्पताल है, परन्तु वास्तव में प्रदेश का यह नंबर वन चिकित्सालय खुद गंभीर रूप से बीमार है ! कायाकल्प अभियान में प्रदेश के पहले स्थान का तमगा प्राप्त कर चुके अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर ही नहीं है ! रात्री के समय यदि कोई बीमार इलाज के लिए आये तो उसकी सुध लेने हेतु कोई दिखाई नहीं देता है ! इस अस्पताल के हालात यह है कि रात्रिकालीन में तैनात चिकित्सक मरीजों को देखने तक नहीं जाते है, नर्सें भी आपातकाल में चिकित्सकों को सूचना नहीं देती है जिसकी परिणिति यह होती है कि जिन्दगी की आस में चिकित्सकों को ईश्वर का रूप मान कर चिकित्सालय में आने वाले मरीजों के परिजनों के सामने ही तड़प – तड़प कर मरीजों की मौत हो जाती है और उनके परिजन असहाय होकर चीखते, इधर उधर भागते, हाथ पैर जोड़ते रह जाते है परन्तु अपने परिजन को नहीं बचा पाते है ! उनके परिजन उनके ही सामने शरीर को त्याग देते है परन्तु चिकित्सालय में चिकत्सकों और नर्सों की लापरवाही के कारण घोर अमानवीयता के उदाहरण बार बार सामने आते रहते है ! बार बार ऐसे उदाहरणों के सामने आने के बावजूद जिला चिकित्सालय के प्रबंधक गंभीर है और न ही स्वास्थ्य मंत्री, जबकि स्वास्थ्य मंत्री के पास ही इस जिले का प्रभार भी है ! 

ऐसा ही मामला सोमवार को सामने आया जब 4 साल की मासूम बेटी, खांसती हांफती मां का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल शिवपुरी में आई थी ! अटेंडेंट के रूप में उसकी बूढी दादी थी ! शाम 5.30 बजे भर्ती हुई मां को रात 11.30 पर अचानक खांसी का दौरा उठा ! खांसते-खांसते मां का बुरा हाल हो गया, पास बैठी मासूम रो रही थी ! बूढी दादी बार-बार ड्यूटी डॉक्टर संतोष खंडोलिया को बुलाने की बात नर्सों से करती रहीं लेकिन वे रात में सो रहीं थी ! सुबह दादी-नातिन का रो-रोकर बुरा हाल था और 9 घंटे बाद सुबह 8.30 बजे महिला इन्दिरादेवी की चिकत्सीय अभाव में मौत हो गयी ! 

आज एक बार पुनः जब चिकित्सालय में घोर अमानवीयता का मामला शिवपुरी वासियों के सम्मुख आया तो वह अपनी पीढ़ा को बयान करने से नहीं रोक सके ! शहर वासियों ने अपनी इस पीढ़ा को देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा को एक पत्र के माध्यम से पहुंचाया है ! जे पी नड्डा को लिखे इस पत्र को सोशल नेटवर्किंग के जरिये देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री रुस्तम सिंह को भी अवगत कराया है ! 

यह लिखा है पत्र में 

माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री महोदय, 
भारत सरकार, दिल्ली 


महोदय, 
भारत के राज्य मध्य प्रदेश का एक जिला है "शिवपुरी", जिसे जिला कहना शायद जिले का अपमान करना है ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पानी, सड़क और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताएं भी आम जन को सहज उपलब्ध नहीं हैं।

पानी :- शिवपुरी में वर्षों से पानी की भीषण समस्या है, जिसका उल्लेख माननीय प्रधानमंत्री महोदय भी अपने शिवपुरी के चुनावी दौरे में कर चुके हैं।  यहां वर्ष 2009 में आरंभ हुई सिंध जलावर्धन योजना जो 2011 में पूर्ण होनी थी आज 8 वर्ष पूर्ण होने पर भी पूरी नहीं हो सकी है और पानी की समस्या दिन प्रतिदिन विकराल होती जा रही है। पानी की कमी और उपलब्ध दूषित जल के कारण यहां गंभीर बीमारियों में बढ़ोतरी होती जा रही है। 

सड़क :- शिवपुरी में कई वर्षों से सड़के नहीं बनी है और जो पूर्व में बनी थी वह भी सीवर प्रोजेक्ट की खुदाई की भेंट चढ़ गईं। सीवर प्रोजेक्ट भी सन 2013 से 2 वर्ष में पूर्ण होना था परंतु वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ कर वर्तमान में बंद है और पूरे शहर की सड़कें खुदी पड़ी हैं, जिससे शहर के वायुमंडल में धूल ही धूल व्याप्त है। इस कारण यहाँ दमा और श्वास के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। 

स्वास्थ्य :- एक ओर पानी की कमी और धूल के कारण शिवपुरी में रोगियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के दूसरे स्थान पर शामिल शिवपुरी जिला चिकित्सालय में मेडिसिन विभाग का कोई चिकित्सक नहीं है और अन्य चिकित्सकों व स्टाफ का इतना अमानवीय व्यवहार है कि रोगी स्ट्रेचर पर या खांसते-खांसते ही मर जाता है, परंतु कोई उसकी सुध ही नहीं लेता। संवेदनहीनता इस हद तक है कि बीमार, घायल रोगी व उसके परिजन घंटो इधर से उधर भटकते रहते हैं परंतु उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं।

मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री रुस्तम सिंह जी, जो संयोग से शिवपुरी के प्रभारी मंत्री भी हैं वह यहां के चिकित्सालय की स्थिति से भली भांति परिचित हैं, परंतु उन्होंने भी कोई सार्थक प्रयास इसके लिए किया हो, वर्तमान परिस्थितियों को देखकर ऐसा लगता नहीं। अतः विवशता वश आपसे अनुरोध है कि आप हमारी मूलभूत आवश्यकता विशेषकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में इतना कार्य करने का कष्ट करें कि शिवपुरी के रोगियों की छोटी-छोटी बीमारियों के कारण असमय मृत्यु ना हो।

इसके अतिरिक्त शहर वासियों ने अधिक से अधिक लोगों से आग्रह किया है कि इस सन्देश को सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह जी, एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा जी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह नरेंद्र मोदी जी के अतिरिक्त ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों को भेजा जाए !             

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