अयोध्या में योगी क्यों रोये ?


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का कार्यभार ग्रहण करने के बाद बुधवार को पहली बार योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे | सुबह सबसे पहले उन्होंने हनुमान गढ़ी मंदिर में पूजन किया, तदुपरांत वे रामलला के दर्शन को पहुंचे तथा टेंट तम्बू के अस्थायी राम मंदिर में पूजा अर्चना की।
बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ शीर्षस्थ नेताओं के खिलाफ कोर्ट द्वारा आपराधिक साजिश के आरोप लगाए जाने के एक दिन बाद हुई इस यात्रा का विशेष महत्व है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह राम जन्मभूमि परिसर में लगभग 30 मिनट बिताए । उसके बाद उन्होंने सरयू नदी के तट पर भी पूजन किया ।
उनके साथ धरम दास भी थे, जिनके खिलाफ कोर्ट द्वारा मंगलवार को भाजपा के अन्य नेताओं के साथ बाबरी ढांचा विध्वंश की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था। धर्म दास जी ने परंपरानुसार मुख्यमंत्री योगी के लिए पूजा अनुष्ठान किए।
पिछले 15 सालों में राम जन्मभूमि मंदिर और रामलाला मंदिर में किसी भी यूपी मुख्यमंत्री की यह पहली यात्रा थी। रामलला के दर्शनों के बाद योगी भाव विव्हल हो उठे | वे अपने आंसू नहीं रोक पाए | उनके गालों पर बहते आंसुओं को देखकर वहां उपस्थित अन्य लोगों का भी मन भर आया |
स्मरणीय है कि योगी आदित्यनाथ के गुरू महंत अवैद्यनाथ रामजन्मभूमि मंदिर आंदोलन प्रमुख आधार स्तम्भ थे, तथा वे अपने जीवनकाल में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर देखने के लिए उत्सुक थे, लेकिन यह संभव नहीं हुआ । अतः स्वाभाविक ही भगवान श्री रामलला के वर्तमान स्वरुप को देखने के बाद योगी को दुःख होना ही था |
माना जा रहा है कि योगी के आंसू, उनके संकल्प की अभिव्यक्ति हैं | संभवतः अब रामलला अधिक समय तक इस अपमानजनक तम्बू में नहीं रहेंगे !


साभार आधार - https://hinduexistence.org/2017/05/31/cm-yogi-was-crying-after-meeting-ramlala-at-ayodhya-but-why/

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