डंडा बैंक के विरुद्ध लड़ाई में प्रशासन ने की बड़ी कार्यवाही, दो संचालकों पर किया मामला दर्ज, एक गिरफ्तार, एक फरार


जिले के लिए नासूर बन चुका "डंडा बैंक" के विरुद्ध पुलिस प्रशासन की कार्यवाही दिन प्रतिदिन सख्त होती जा रही है ! इसी क्रम में पुलिस ने माननीय पुलिस अधीक्षक ने निर्देशानुसार कमलागंज निवासी फरियादी सौरव सिंह चौहान के द्वारा की गयी रिपोर्ट के आधार पर राजकुमार गोयल व बालकृष्ण शिवहरे पर भादंसं 387, 506, 34 व मप्र. ऋणियों का संरक्षण अधिनियम (१९३७) 3,4 के तहत कार्यवाही कार्यवाही की है ! जिसमे समाचार लिखे जाने तक बालकृष्ण शिवहरे को माधव चौक स्थित एक दुकान से गिरफ्तार किया जा चुका है वहीँ दूसरा आरोपी राजकुमार गोयल फरार बना हुआ है !

यह है मामला

फरियादी सौरव सिंह चौहान पुत्र भरत सिंह चौहान उम्र 25 वर्ष निवासी सोजी राम का बाड़ा, कमलागंज ने आज पुलिस कोतवाली में पहुँच कर रिपोर्ट दर्ज कराई कि दिनांक 9-12-16 को उसका विवाह था ! इसी दौरान नोट बंदी हो जान के कारण उसे रुपयों की आवश्यकता हुई जिसके कारण उसने राजकुमार गोयल व बालकृष्ण शिवहरे से ब्याज पर चार लाख रुपये मांगे ! तब आरोपियों ने सौरव को दिनांक 7-12-16 को 2 लाख रुपये एवं एक लाख रुपये 8-12-16 को अपने नाई की बगिया स्थित ऑफिस पर बुलाकर दिए ! इसके बदले में उससे 10 प्रतिशत का मासिक ब्याज एवं दो कोरे चेक हस्ताक्षर किये हुए एवं दूकान का गिरवीनामा आरोपियों के पास रखने को कहा गया ! मजबूरीवश सौरव को इनकी बात माननी पड़ी ! इस दौरान सौरव से आरोपियों ने 1 लाख रुपये नगर पालिका का दुकान का टेक्स जमा कराने के नाम से वसूल किये गए ! सौरव को आरोपियों ने हर माह 7 तारीख को ब्याज जमा करने को कहा गया ! सौरव 10-01-17 को जब ब्याज देने गया तो आरोपियों ने उसे तीन दिन लेट होने का हवाला देते हुए उसे पेनल्टी के रूप में 4 हजार रुपये प्रतिदिन जमा करने को कहा ! तब सौरव आरोपियों को 12 हजार रुपये बतौर पेनल्टी दिए ! इसी प्रकार जब अप्रैल माह में उसके पास रुपयों की व्यवस्था नहीं हुई तो आरोपियों ने उसकी कमलागंज स्थित दुकान पर जबरन ताला डाल कर कब्ज़ा कर लिया और सौरव से कहा कि जब पैसा दोगे तब यह ताला खुलेगा ! तब सौरव ने 7-9-17 को 4 लाख रुपये मूलधन व सात ब्याज की किस्तों के 40 हजार रुपये के हिसाब से 2 लाख 80 हजार रुपये आरोपियों को उनके नीचे की बगिया स्थित ऑफिस पर दिए एवं उनसे गुहार लगाई कि अब हस्ताक्षर किये गए उसके चेक, नोटरी के कागज व वापस कर दिन तब आरोपियों ने उससे कुछ समय बाद देने को कहा ! जब कुछ समय पश्चात सौरव उनके पास गया तब आरोपियों ने उससे अप्रैल से सितम्बर तक की पेनल्टी के रूप में 13 लाख रुपये की और मांग कर डाली जिसका विरोध करने पर उसे आरोपियों ने हाथ पैर काट के मार डालने की धमकी दी और उसको एवं उसके भाई को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि तुम्हारी लाश भी नहीं मिलेगी ! धमकी मिलने के बाद सौरव डर गया ! तब उसने अपने चाचा हरनाम सिंह तोमर के मध्यम से आरोपियों से बात करने की कोशिश की परन्तु आरोपियों ने उनकी भी बात नहीं मानी और सौरव से 20 लाख रुपये 14-01-18 तक देने को कहा ! सौरव से आरोपियों ने कहा कि यदि 14 तारीख तक उन्हें 20 लाख रुपये नहीं मिले तो वह 15 तारीख को उसकी दुकान 13 लाख में किसी अन्य को बेचकर बचे हुए 7 लाख रुपये उसके चेक के माध्यम से बसूल करने की बात कह रहे थे, जिससे प्रताड़ित होकर सौरव ने पुलिस का दामन थामा ! इस पूरी कार्यवाही में माननीय पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार पांडे एवं सिटी कोतवाली टी आई संजय मिश्रा की महत्वपूर्ण भूमिका रही जिसे इस कार्यवाही के बाद सम्पूर्ण जिले में उनकी सराहना की जा रही है !

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