पाकिस्तानी हिन्दुओं की दुर्दशा बनाम पाकिस्तान परस्त भारतीय !



एक और तो पाकिस्तान के पीएम इमरान खान पाकिस्तान में रहने वाले मुट्ठीभर हिन्दुओं को होली की शुभकामना देने की औपचारिकता निभा रहे थे, दूसरी और उसी समय दो हिन्दू लड़कियों का अपहरण और एक हिन्दू नौजवान की हत्या हो रही थी | हकीकत यह है कि सिंध में अल्पसंख्यक हिन्दुओं का जीवन नरक बना दिया गया है । वहां होली की पूर्व संध्या पर दो हिंदू लड़कियों का अपहरण हुआ। वे कहाँ हैं, किस हाल में है, कुछ अतापता नहीं है । एक हिंदू महिला पर प्राणघातक हमला हुआ, एक हिंदू नौजवान की हत्या हुई, लेकिन इन सभी प्रकरणों में किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया क्योंकि इन इस्लामी चरमपंथियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त था। 

पाक पीएम इमरान खान ट्विटर पर दिखावटी होली की बधाई दे रहे थे । इसी प्रकार कई अन्य मुस्लिम राजनेताओं ने भी पाक हिंदुओं को होली की शुभकामनाएं दीं, लेकिन बेचारे लुटे पिटे हिन्दू अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के कारण विरोध प्रदर्शन करने को विवश थे । वर्षों से पाकिस्तानी हिंदू इसी प्रकार के संकटों का सामना करने को विवश हैं । 

स्मरणीय है कि सोशल मीडिया पर रोते बिलखते उस दलित बुजुर्ग का विडियो बायरल हो रहा है, जिसकी 12 और 14 वर्ष की दो नाबालिग बच्चियों का होली की पूर्व संध्या पर अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण कर लिया गया । 

14 साल की रीना कुमारी और 16 साल की रवीना कुमारी का अपहरण पाकिस्तान के दक्षिणी प्रांत सिंध के डारकी शहर से किया गया । स्वाभाविक ही स्थानीय हिंदू आबादी ने सड़कों पर उतरकर अपहरण का विरोध करते हुए स्थानीय राजमार्ग को घंटों तक जाम कर दिया। लड़कियों के परिवार ने दावा किया कि इस बारदात में इस्लामी कबीले कोहबर और मलिक लोगों द्वारा उन बहनों का अपहरण किया गया । 

अपहरण का विरोध कर रहे हिंदू नेताओं के अनुसार पुलिस ने मदद करने से साफ़ इनकार कर दिया, यहाँ तक कि उनकी शिकायत पर कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई | 

सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए वीडियो में लड़कियों को इस्लाम में धर्मान्तरित होने के बाद रोते हुए बताया गया है | वे दुखियारी बच्चियां अपनी आप बीती सुना रही हैं कि किस प्रकार उन्हें बेइज्जत किया गया, उनके साथ कैसे मारपीट कर धर्म परिवर्तन और अत्याचार हुआ । 

पाकिस्तान हिंदू सेवा वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा किये गए ट्वीट में लिखा गया है - “पाक हिंदुओं के साथ अन्याय। लड़कियां अब कतई सुरक्षित नहीं हैं। यूट्यूब में देखा जा सकता है कि कैसे घोटकी पुलिस स्टेशन सिंध के सामने अपहरण और जबरदस्ती धर्मांतरित लड़कियों रवीना और रीना के पिता चिल्ला चिल्ला कर बिलखते हुए कैसे अपील कर रहे हैं। 

ट्वीट इन लोगों को भी टेग किया गया है – 

@ImranKhanPTI @ Humanrightspak5 @ ShireenMazari1 @BBhuttoZardari @sindhpolicedmc @UNHCRUK ”। 

यह तो हुआ तस्वीर का एक पक्ष | भारतीय दृष्टि से दूसरा पक्ष और भी खतरनाक है | 

स्वाभाविक ही मामला सामने आने के तुरंत बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाक मंत्री फवाद चौधरी को लताड़ लगाई और पूरे मामले को लेकर इंडियन हाई कमिश्नर से रिपोर्ट भी तलब की । 

लेकिन यह बात भारत में रह रहे पाकिस्तान परस्तों को रास नहीं आई | ट्विटर पर खुद को JNU का PhD छात्र बताने वाले सरफराज राफी नामक एक शख्स ने गुरूग्राम में एक मुस्लिम परिवार के साथ हुई मारपीट का विडियो पाकिस्तानी मंत्री को भेजा ताकि वे भारत पर निशाना साध सकें | यह कैसी मानसिकता है, जिसमें गुरुग्राम मामले की शिकायत भारतीय पुलिस या किसी अधिकारी को नहीं करते हुए पाकिस्तानी मंत्री को भाई लिखते हुए की गई और उन्हें सलाह दी गई कि वे भारत पर निशाना साधें । 
I am from India Fawad bhai..Just send this video to Sushma Swaraj and ask her to take care of her own minorities ..this video is of a Muslim family brutally attacked by hindutva goons ..https://t.co/XWj7o4EHgN pic.twitter.com/BcXDSAnrWk

— Sarfaraz Rafi (@RafiSarfaraz) March 24, 2019

क्या यह हैरत की बात नहीं है कि भारत में रहने वाले ऐसे लोग पाकिस्तान के सलाहकार बन रहे हैं ? कितने मूर्ख हैं ये भारत द्रोही लोग, जिन्हें जबरन धर्म परिवर्तन कर नाबालिग से शादी करना और साधारण मारपीट में कोई फर्क नजर नहीं आता। 

दरअसल भारत में भी एक पाकिस्तान बसा हुआ है, जिसके खिलाफ अगर समय रहते शासन प्रशासन ने सख्ती नहीं बरती, तो आम भारतीय को देर सबेर स्वयं संघर्ष करना पडेगा |
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