शिवपुरी जिले में आस्था के केंद्र मंदिरों के पहुँच मार्गों की दुरावस्था !



करैरा का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, बगीचा वाले हनुमान। 

वहां भी किया जा रहा है ठेकेदार द्वारा घटिया डामर रोड़ निर्माण । 

करैरा नगर में चांद दरवाजे से पुराने अस्पताल और बगीचा मंदिर की रोड़ का निर्माण कार्य जारी है। किन्तु ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण कार्य अत्यंत ही स्तरहीन और घटिया किस्म का किया गया है। जिसकी शिकायत विकास क्रांति के स्वयंसेवको द्वारा नगर परिषद CMO को मौखिक और ज़िलाधीश महोदया को लिखित दर्ज कराई गई है। स्थानीय नागरिको का आरोप है कि नगर पंचायत के इंजीनियरों द्वारा ठेकेदार के साथ साठ गांठ कर कोई मोनिटरिंग नहीं की जा रही है । 

सड़क निर्माण कर रही ओसी कंस्ट्रक्शन द्वारा मिट्टी और डब्लूएमएम गिट्टी की सही तरीके से कुटाई न करते हुए, सिर्फ एक दो बार रोलर चलाकर, डामर की सड़क डाल दी गई है । साथ ही डामर का मानक भी मापदंड के हिसाब से सही नहीं है। ठंडा मिक्चर डाले जाने के कारण सड़क अभी से जगह जगह उखड़ रही हैं। यदि नप के अधिकारियों द्वारा इसका विधिवत निरीक्षण किया जाता तो इस सड़क को खराब होने से बचाया जा सकता था। 

इसी प्रकार नगर की अन्य सड़को का निर्माण भी घटिया हुआ है। नगर की अनाज मंडी के अंदर 4 माह पूर्व डाली गई डामर रोड़ अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं। जहाँ ये सड़क डाली गई थी, उस स्थान पर अब केवल गिट्टी फैली नज़र आती है, डामर का कहीं नामो निशान भी दिखाई नहीं देता। स्मरणीय है कि यह सड़क भी ओसी कंस्ट्रक्शन ने ही डाली थी। जनचर्चा के अनुसार उक्त ठेकेदार अपने सम्बंध एक केंद्रीय मंत्री से बताकर नगर पंचायत अधिकारियों पर रोब जमाये हुए है, इसी कारण ये सब धांधली चल रही हैं और नगर पंचायत मोन रह कर तमाशा देख रही हैं। 

विकास क्रांति ने खराब सड़क के निर्माण की लिखित शिकायत जिलाधिकारी महोदय से की है, अब देखना यह है कि जिस सड़क का इंतज़ार करैरा के नागरिक 15 साल से कर रहे थे, उन्हें वह सड़क सही किस्म की मिलेगी या स्तरहीन और नाममात्र की सड़क से काम चलाना होगा।

यही हाल जिला केंद्र शिवपुरी का भी है !
बांकडे हनुमान मंदिर की रोड न डाले जाने से भक्त नाराज। 

शिवपुरी नगर के प्राचीन व लाखो भक्तों की आस्था के केंद्र बांकडे हनुमान मंदिर पर रोड न डाले जाने से भक्त काफी नाराज है और जल्द ही आंदोलन करने की बात कहते है। 

शिवपुरी के बांकडे मंदिर जहाँ हर मंगलवार और शनिवार को हजारों भक्त दर्शन करने आते है, क्या बच्चे क्या महिला क्या पुरुष सभी नंगे पांव पंद्रह पंद्रह किलोमीटर दूर से पैदल बांकडे बाबा के प्रति श्रद्धानवत होकर शीश झुकाने आते है। लेकिन ये सब आस्थावान भक्तगण इस समय रोड न डाले जाने की वजह से नाराज है। इतने प्राचीन व आस्था के पर्याय मंदिर के पहुच मार्ग पर रास्ते की अनुपलब्धता उन्हें आक्रोशित करती है। कई भक्तों का कहना है कि दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रो और नगर से प्रतिदिन दर्शन करने वाले भक्तों की इस तरह अनदेखी हो रही है। इतने पवित्र स्थान का मार्ग ही अगर ठीक नही होगा तो फिर होगा कहा का? अगर अधिकारी और राजनेता अपनी जिम्मेदारी का पालन करते हुए जल्द मार्ग ठीक नही कराते तो जनता आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें