अफसरों की कारस्तानी – की जा रही है कोलारस के श्रीजी वेयर हाउस में हुए अमानक चना घोटाले में लीपापोती !




विगत कई दिनों से कोलारस के श्रीजी वेयर हाउस में अमानक चने की बरामदगी चर्चा का विषय बनी हुई है | यहाँ तक कि प्रशासन द्वारा उसे शील्ड भी कर दिया गया था | किन्तु गुरूवार को जांच के नाम पर प्रशासन की टीम ने सील तोड़कर जांच का नाटक शुरू किया | अधिकारियों ने मीडिया को पूरी तरह दूर रखकर विगत दिवस 30 बोरी चने को बोरियो से निकाल कर, चलने से छनवाया और उस अमानक चने में से मिटटी ओर कंकडो को निकाल कर उसकी मात्रा को देखा गया। 

यह सारा मामला मीडिया से छुपाया जा रहा है। इतना ही नहीं तो इस मामले की एफआईआर भी निर्दोष लोगो पर कराई जा रही है और वास्तविक दोषियों को बचाया जा रहा है। वेयर हाउस संचालक का कहना है किवेयर हाउस के साथ हुये नान के अनुबंध में अमानक चने की जबावदारी वेयर हाउस संचालक की नही थी. जबकि नागरिक आपूर्ति निगम, वेयर हाउस के साथ हुये अनुबंध से मुकर रहे है। 

सोचने की बात है अगर वेयर हाउस के साथ नान का अनुबंध हुआ ही नही तो फिर वेयर हाउस संचालक पर एफआईआर किस बात के लिए की गई। जनचर्चा के अनुसार इस अमानक चने के काण्ड को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। जैसा कि सर्वविदित है कि मिडिया शुरू से ही इस मामले को प्रकाशित कर रही थी कि कोलारस खरीद केन्द्रो पर अमानक चने की खरीदने का क्रम चालू है। यह माल किसानो का न होकर व्यापारियो का हैं। 

एसडीएम कोलारस ने छापामार कार्रवाई कर इस चने को पकडा भी था। इसके बाद इस चने की जांच करने के लिए कलेक्टर शिवपुरी दवारा निर्मित 9 सदस्यीय टीम ने श्रीजी वेयर पर जांच की तो 5 हजार बोरी अमानक चना पाया गया। इस चने की एचआर रिर्पोट भी नही बनी थी। प्रशासन की टीम ने इस वेयर हाउस को शील्ड करने की कार्यवाही कीँ और इस मामले में बेहटा सोयायटी के प्रबंधक लक्ष्मण रावत,सर्वेयर सुनील शर्मा और वेयर हाउस मालिक रोहित बिंदल पर कोलारस थाने में एफआईआर दर्ज की गई। इस अमानक चने के अपग्रेडसन करने के बाद भी चने की गुणवत्ता में सुधार नही हो पा रहा है इसके लिए प्रशासनिक टीम द्वारा सारा माल किसानो को वापस करने की तैयारी चल रही है। 

श्रीजी वेयर हाउस पर खरीद बेंहटा सोसायटी द्वारा की जा रही थी, जबकि यह सोसायटी पहले से ही डिफोल्टर थी। इसके बाबजूद इस सोसायटी को खरीद केन्द्र बनाया गया और लगभग 30 किलो मीटर दूर से किसान चना तुलवाने यहाँ आते थे। बताया जा रहा है कि यह खरीद केन्द्र अधिकारियो से सांठ-गांठ कर लिया गया। 

नेफेड द्वारा जांच में पकडा हजारो बोरी अमानक चना 

विगत माह नेफेड की टीम द्वारा जिले के सभी वेयर हाउसो की जांच की गई थी जिसमें हजरो वोरी अमानक चना पकडा गया था और साथ ही कलैक्टर के आदेश पर ब्लॉक स्तरीय एवं जिला स्तरीय टीमे नियुक्त की गई थी जिनके द्वारा भी जांच की गई थी। इन सभी जांचो से मीडिया को दूर रखने से प्रकरण पूरी तरह संदिग्ध दिखाई दे रहा है, साथ ही यह सवाल तो उठता ही है कि आज दिनांक तक किसी भी दोषी के खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नही की गई।
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