शिवपुरी में स्मेक के काले कारोबारियो की कुछ पुलिस कर्मी कर रहे है मदद !



कुछ पुलिस कर्मियों के कारण बदनाम हो रही खाकी। 

शिवपुरी में शिबानी की मौत के अगले दिन ही पुलिस की ए डी टीम ने जबरदस्त सक्रियता दिखाते हुए स्मेक के काले कारोबारियों तक पहुचने में सफलता प्राप्त कर ली थी,पर कुछ लोगो की मदद से कारोबारी तो फरार हो गए पर उनकी कार, मोबाइल और पर्स गाड़ी में ही छूट गए और पुलिस द्वारा जब्त कर लिए गए। 

इस मामले में जब क्रांतिदूत ने देहात थाने के निरीक्षक राकेश गुप्ता से बात की तो गुप्ता ने कहा कि गाड़ी पकड़ में आई है, ये सच है परन्तु गाड़ी में कुछ भी संदिग्ध वस्तु हमे नही मिली है, अतः अभी कुछ कह पाना संभब नही है। 

लेकिन प्रश्न उठता है कि फिर गाडी में बैठे दोनो व्यक्ति भागे क्यों? 

जिस गुत्थी का जबाब पुलिस नही दे रही, उसका जबाब क्रांतिदूत ने अपने सूत्रों के माध्यम से खोज निकाला है। गाड़ी में बैठे दोनो व्यक्ति तबीब खान और पुरानी शिवपुरी की एक पार्षद का पति बबलू था। और दोनो के पास उस समय स्मेक भी मौजूद थी,जिसे वह बेचने ही जा रहे थे, लेकिन पुलिस की ए डी टीम को उनका सुराग लग गया। लेकिन सूत्रों के अनुसार पुलिस विभाग के ही किसी व्यक्ति ने इसकी जानकारी उनको दे दी और वह स्मेक को लेकर मौके से फरार हो गए। 

पुलिस अभी तक जिनके जिक्र से बच रही है, जब्त कार में बैठे उन दोनों व्यक्तियों के सीसी टी वी फुटेज सामने आये है। उस एम पी 33 2181 नम्बर की गाड़ी को तबीब चला रहा है और बबलू उस के पास बैठा हुआ है। स्मेक के साथ पकड़े जाने से बचने के लिए दोनों वहाँ से गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए। बताया जाता है कि गुना पुलिस में पदस्थ एक सिपाही इस मामले को रफा दफा करने में पूरी ताकत के साथ जुटा है। क्यों जुटा है ये जांच का विषय है और हो सकता है कि वह भी काले कारोबार की इस कड़ी का अहम किरदार हो। 

पुलिस कर्मी विजय रावत भी स्मेक के आदी लोगो के संपर्क में था, यह बात शिबानी की दादी के बयान के बाद स्पष्ट हो ही चुकी है, लेकिन फिर भी विजय रावत पर केस दर्ज न करना और केवल जांच की बात कहकर, पल्ला झाड़ लेना जनता के बीच चर्चा का विषय है । 

विजय रावत से पूछताछ में कई और नाम भी सामने आ सकते है। क्या इस कारण से विजय रावत को बचाया जा रहा है ये प्रश्न आज जन चर्चा का विषय बना हुआ है। शिबानी की मौत के बाद शिवपुरी के जागरूक युवाओं में आक्रोश है और वह जल्द विरोध प्रदर्शन के माध्यम से प्रकट भी होने वाला है। अभी यह आन्दोलन केवल इसलिए नहीं हो रहा, क्योंकि पुलिस ने स्मेक कारोबारियों की घेरा बंदी की असफल ही सही, कोशिश तो की थी। लेकिन अब विजय रावत पर कोई कार्यवाही न होने से और तबीब और बबलू के फरार होने में भी पुलिस कर्मियों के नाम सामने आने के बाद विरोध के स्वर उठने लगे हैं, और शीघ्र ही शिवपुरी में एक जन आन्दोलन दिखाई दे सकता है । शिवपुरी के कई युवाओं ने बातचीत में स्पष्ट तौर पर इस बात को कहा है। शिबानी का एक और खुलासा उसके परिजनों ने किया है कि शिबानी बालिग नही थी। उसकी मार्कशीट से भी साफ तौर पर ये स्पष्ट होता है कि वह 17 वर्ष की थी। लेकिन फिर भी पुलिस द्वारा उसको 19 वर्ष का बताना संदिग्ध है । 

तबीब और बबलू का फरार हो जाना, अभी तक नही पकड़ा जाना और पुलिस के द्वारा इन दोनों के विषय में अभी तक कोई भी जानकारी नही देना, विषय को संदिग्ध बना रहा है। अगर अन्य लोगों को फुटेज मिल सकते है, तो फिर पुलिस को और सुराग क्यों नही मिल सकते? सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या पुलिस किसी दबाब में है, क्योंकि अपराधियों को भगाने में कतिपय राजनेताओं की भूमिका भी सामने आई है । हालांकि पुलिस इससे इनकार करती है,पर सोशल मीडिया पर लगातार इस तरह की चर्चाओं ने बल पकड़ा हुआ है। पुलिस का मौन इन बातों को कही न कही और अधिक बल प्रदान कर रहा है। अब देखना यही है कि इन फोटो के प्रमाण सामने आने के बाद पुलिस कितनी तेज गति से इन दोनों को पकड़ने के प्रयास करती है या मामला रफा दफा हो जाता है। और शहर को स्मेक की आग में झुलसने के लिए अनाथ छोड़ दिया जाता है। जिन पुलिस कर्मियों के कारण खाकी बदनाम हो रही है, उन पर क्या कार्यवाही होती है अब बस यही देखना है। 

नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर पुलिस महानिरीक्षक से मिले सुरेंद्र शर्मा  


ग्वालियर /शिवपुरी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने आज ग्वालियर में पुलिस महानिरीक्षक श्री राजा बाबू सिंह से मुलाकात की एवं उनसे शिवपुरी में चल रहे ड्रग्स के कारोबार एवं कारोबारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। पुलिस महानिरीक्षक को सौपे ज्ञापन में सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि ग्वालियर संभाग के शिवपुरी जिले में पिछले कुछ महीनों में ड्रग्स का कारोबार बहुत तेजी से फैला है, उसने शिवपुरी के युवाओं को अपनी चपेट में ले लिया है । दो दिन पहले ही शिवपुरी की एक युवती की मृत्यु ड्रग्स के कारण हुई है। हत्याकांड में पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है, लेकिन यह कार्यवाही पर्याप्त नहीं है। क्योंकि उस युवती को ड्रग्स जिन्होंने दिया, उन्हें ड्रग्स कहां से मिला, यह प्रश्न अभी भी अनुत्तरित है। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि शिवपुरी में ड्रग्स का धंधा बहुत तेजी से फैला है। ड्रग्स के सौदागर कौन हैं, उन्हें यह ड्रग्स कहां से मिलता है और उन्हें किन किन का संरक्षण प्राप्त है, जब तक अपराधियों का यह गठबंधन बेनकाब नहीं होगा, तब तक शिवपुरी ड्रग्स की चपेट से मुक्त नहीं होगी। पुलिस महानिरीक्षक ने सुरेंद्र शर्मा को आश्वासन दिया कि वह निश्चित तौर पर इस मामले में कठोर कार्यवाही करेंगे।

स्मेक के नशे के विरोध में वसुंधरा कुटुम्बकम की जन जागरूकता रैली 13 को। 

शिवपुरी// स्मेक के नशे के विरोध में सामाजिक संस्था वसुंधरा कुटुम्बकम की जन जागरूकता रैली 13 जुलाई को गांधी पार्क मैदान से प्रारम्भ होगी, जिसमे युवाओं को नशे की लत से दूर रहने का संकल्प दिलाया जायेगा। 

वसुधंरा कुटुम्बकम की और से समीक्षा भार्गव व मयंक राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवपुरी में पैर पसार रहे नशे के विरोध में और शिबानी जैसी भूल कोई युवा न करे इसी उद्देश्य को हर युवा तक पहुचाने के उद्देश्य से और प्रशासन से इस मामले में कड़े कदम उठाने की मांग के साथ जन जागरूकता रैली का आयोजन शिवपुरी में 13 जुलाई को प्रातः 10 बजे से गांधी पार्क मैदान से किया जा रहा है, जिसमे सभी युवाओं से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर नशे के विरुद्ध शपथ लेने का आग्रह किया है। 

रैली गांधी पार्क मैदान से प्रारम्भ होकर काली माता मंदिर पर समाप्त होगी,जहाँ पर सभी लोगो को नशे से दूर रहकर नशे के विरुद्ध अभियान चलाने की शपथ दिलाई जायेगी।
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