2030 तक हो जाएगा हिंदू-विश्व - श्री अशोक सिंघल


दिल्ली से श्री उपानंद ब्रह्मचारी की रिपोर्ट 
नई दिल्ली | 18 जुलाई 2015 :: 2014 लोकसभा चुनाव में BJP- नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत देश में "हिंदू क्रांति’' का प्रारम्भ है | विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक श्री अशोक सिंघल शनिवार को आरएसएस के पूर्व प्रमुख केएस सुदर्शन के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित पुस्तक "सुदर्शन स्मृति " के लोकार्पण कार्यक्रम में विचार व्यक्त कर रहे थे | कार्यक्रम में अन्य आरएसएस पदाधिकारियों के साथ विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज व कानपुर सांसद डॉ मुरली मनोहर जोशी भी उपस्थित थे | 

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इस अवसर पर श्री सिंघल ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की विजय की ओर परोक्ष संकेत करते हुए कहा कि श्री सुदर्शन जी, केवल एक संत ही नहीं, बल्कि महान दूरदर्शी भी थे | उन्होंने एक बार मुझसे कहा था कि 2012 से देश में क्रांतिकारी परिवर्तन प्रारंभ हो जायेंगे, और अंततः वह 2014 में हो गया | सुदर्शन जी विकास के स्वदेशी मॉडल के पक्षधर थे, किन्तु जब उस विषय में मार्गदर्शन की सर्वाधिक आवश्यकता थी, वे तीन वर्ष पूर्व चले गए | 

श्री सिंघल ने सुदर्शन जी की एक और भविष्यवाणी का उल्लेख किया, जिसके अनुसार 2020 तक सम्पूर्ण देश हिन्दू हो सकता है | इतना ही नहीं तो 2030 तक सम्पूर्ण विश्व हिंदू हो जाएगा । 

नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने को उन्होंने 800 वर्षों की मुगलों और अंग्रेजों की गुलामी का अंत बताया । उन्होंने कहा कि "यह कोई मामूली क्रांति नहीं है और न ही यह भारत तक सीमित रहेगी, बल्कि इसके माध्यम से हमारी पारंपरिक विचारधारा में निहित समग्र प्रगति का नवीनतम रूप दुनिया के सामने आयेगा” । 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती सुषमा स्वराज ने कहा कि "सुदर्शन जी के चारों ओर सकारात्मकता का ऐसा आभामंडल रहता था, जिसके कारण कोई भी कार्यकर्ता स्वतंत्रता पूर्वक निर्भय होकर उनसे चर्चा कर सकता था | उनकी 'अच्छाई' ने उन्हें अपने साथियों के मध्य एक 'संत' बना दिया था । 

उन्होंने कहा कि "सुदर्शन जी ने अपने आसपास जो वातावरण बनाया था, उसके कारण मैं भी खुलकर उनसे बात कर लेती थी । मेरा मानना है कि व्यक्ति की अच्छाई उसके आसपास मौजूद सकारात्मक आकर्षण से मापी जाती है । यदि वहां कोई भय की भावना है, तो कोई कार्यकर्ता स्वतंत्र रूप से बात नहीं कर सकता । लेकिन अगर डर का कोई मतलब नहीं है, तो एक कार्यकर्ता स्वतंत्र रूप से बात कर सकता है। उन्होंने ऐसा ही माहौल बनाया | सुदर्शन जी मेरी माँ की तरह थे । जैसे लड़कियों अपनी मां के साथ हर बात साझा कर लेती है, उसी प्रकार मैं भी उनके साथ अपने मनोभाव साझा कर लेती थी ।" 

भाजपा के विचारक और कानपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद श्री मुरली मनोहर जोशी ने पांचवें सरसंघचालक परम पूजनीय श्री सुदर्शन जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें आधुनिक भारत का अनुपम दूरदर्शी बताया | साथ ही उन्हें अखंड भारत में व्यावहारिक हिंदू राष्ट्र का प्रणेता बताया | 

HENB से बात करते हुए डॉ जोशी ने घोषणा की कि वर्तमान दुनिया में तेजी से उभरती निराशा और अतिभौतिकवाद के कारण बुनियादी मानवीय और सांस्कृतिक संकट की स्थिति से केवल हिंदुत्व का आध्यात्मिक प्रसार ही बचा सकता है ।

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