एक परिपूर्ण मुस्कान के लिए, घर में बनाएं टूथपेस्ट -
0
टिप्पणियाँ
यह कोई नई बात नहीं है कि शहरों में रहने वाले हम लोग अपने दैनिक
उपयोग के लिए विज्ञापनों द्वारा प्रेरित होकर ऐसी सामग्री खरीदने को विवश होते
हैं, जिसकी वास्तविक कीमत से दस गुना ज्यादा कीमत उसकी पैकिंग की होती है | अब
टूथपेस्ट की ही बात करें तो हम पेस्ट की आखरी बूँद भी ट्यूब में से निचोडकर ही अपने
आप को बड़ा किफायती मानते हैं | शायद यह बात आपको कुछ रुचिकर लगे कि अपनी बत्तीसी
को सुरक्षित रखने और उसकी चमक बनाए रखने के लिए आप घर में ही बड़ी आसानी से बाजार
के विकल्प से बेहतर कुछ बना सकते हैं:
1) पोदीना और लौंग टूथपेस्ट
लगभग हम सभी जानते हैं कि लौंग का तेल, औषधीय गुणों और ताजगी का
भण्डार है | जब भी दाढ़ में दर्द होता है, लोन्ग के तेल का प्रयोग दादी माँ के
जमाने से हम करते ही आ रहे हैं | इसके माध्यम से पेस्ट बनाने के लिए 1 चम्मच बेकिंग सोडा, 1/2 चम्मच समुद्री नमक, में अपनी रूचि के अनुसार पुदीना या लौंग अथवा
साइट्रस के शुद्ध तेल की एक बूँद
डालें | इसके बाद बस कुछ पानी की बूँद और तैयार हो गया आपका
घर में बना प्राकृतिक टूथपेस्ट।
2) टूथपेस्ट में नारियल तेल का प्रयोग
उसे और भी बेहतर बनाता है -
नारियल तेल के गुणों के विषय में हम थोड़ा कम जानते हैं, लेकिन यकीन
कीजिए कि इसमें दांतों को स्वाभाविक रूप से स्वस्थ रखने के पर्याप्त गुण विद्यमान है।
तो बस इतना भर कीजिए –
बेकिंग सोडा के 6 चम्मच, हाइड्रोजन पेरोक्साइड के 1/4 चम्मच, नारियल तेल के 2 बड़े चम्मच, और 10 बूँदें पुदीना या लौंग अथवा साइट्रस तेल मिलाकर अपना टूथपेस्ट बना लें ।
विशेष टिप: हाइड्रोजन पेरोक्साइड का प्रयोग कर रहे हैं इसलिए मिश्रण अपारदर्शी पात्र में बनाएं |
4) एक विकल्प समुद्री नमक भी -
समुद्री नमक भी सदियों से पारंपरिक और वैकल्पिक चिकित्सा अभ्यास का
एक हिस्सा रहा है। इसके कई गुण है, जिनके चलते इसका प्रयोग भी घर में बनाए टूथपेस्ट
के लिए किया जा सकता है । निर्धारित टूथपेस्ट मिश्रण इस प्रकार होगा –
2 / 3 कप बेकिंग सोडा व 1 चम्मच समुद्री नमक
में पहले की तरह 10 से 15 बूँदें पुदीना या लौंग के तेल मिलाएं और आवश्यकतानुसार पानी डालकर
अपना पेस्ट तैयार कर लें | विश्वास रखिये आपके द्वारा घर में निर्मित यह टूथपेस्ट,
किसी भी अन्य वाणिज्यिक टूथपेस्ट की तरह ही सांस की बदबू से छुटकारा भी दिलाएगा और
सामान्य दंत समस्याओं से भी भरपूर लडेगा ! हाँ टीवी विज्ञापनों में ढिशिम ढिशिम करता
नहीं दिखेगा !
हाँ इतना अवश्य करें कि इस प्रकार बनाए गए मिश्रण को गर्मी और धूप से बचाकर ठीक प्रकार से ढककर रखें ताकि जो प्राकृतिक तेल हमने उपयोग किये है, उनकी गुणवत्ता बनी रहे । बैसे भी ज्यादा बनाने की जरूरत भी क्या है, अपनी जरूरत के मुताबिक हर पांच सात दिन में बनालें, कोई ज्यादा कठिन तो है नहीं | आखिर भोजन और नाश्ता भी तो हम रोज बनाते खाते हैं |
Tags :
स्वास्थ्य
एक टिप्पणी भेजें