प्रधान मंत्री की यूएई यात्रा का टार्गेट दाउद इब्राहीम ?
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिवसीय यात्रा पर रविवार को अबू धाबी पहुँच चुके है। विगत 34 वर्ष में अरब देश का दौरा करने वाले वे पहले भारतीय प्रधानमंत्री है। कयास लगाए जा रहे हैं कि आखिर उनकी इस आकस्मिक यात्रा का उद्देश्य क्या है ? क्या वे महज व्यापार और वाणिज्य के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का प्रयत्न करेंगे, या कुछ ऐसा अकल्पनीय कार्य करने वाले है, जिससे भारत में उनकी एकदम जयजयकार हो जाए ?
आज इंडिया टुडे ने इस दूसरी संभावना को लेकर एक विशेष विवरण प्रसारित किया है, जिसके अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद भी है | और वह भी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की संपत्तियों को राज्यसात करवाना | संभावना जताई जा रही है कि मोदी संयुक्त अरब अमीरात से इस बाबत आग्रह करेंगे ।
इंडिया टुडे के अनुसार दौरे पर प्रधानमंत्री के साथ गए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोवाल इस बाबत दाऊद की चल अचल संपत्ति की पूरी गोपनीय सूची अपने साथ ले गए हैं ।
मोदी, संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों के साथ अपनी बैठक के दौरान, 1993 के मुंबई सीरियल बम विस्फोटों के मामले में वांछित दाऊद के नाम पर पंजीकृत अन्य संपत्तियों तथा सभी बेनामी संपत्तियों को जब्त करने का आग्रह कर सकते हैं । स्मरणीय है कि दाउद संयुक्त अरब अमीरात में अपना होटल व्यवसाय संचालित करता है, साथ ही वहां की अन्य अनेकों कम्पनियां में भी उसके शेयर हैं ।
इतना ही नहीं तो दाऊद अपने भाई अनीस इब्राहिम व भाभी की मदद से दुबई में स्वर्ण बॉक्स नामक एक कंपनी भी चलाता है।
प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई व आईएसआईएस के नापाक उद्देश्य से निपटने के तरीके सहित,रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बेहतर तालमेल को लेकर चर्चा करेंगे ।
अब लाख टके का सवाल यह है कि क्या वे अपने उद्देश्य में सफल होंगे ? बैसे आगाज तो अच्छा हुआ है |
संयुक्त अरब अमीरात की शाही अथोरटी ने अबूधाबी में हिन्दू मंदिर के लिए भूमि प्रदान की !!ख़ास बात यह है कि इस भूमि का उपयोग सनातनी, सिक्ख, जैन, बौद्ध, आर्यसमाज मतों को मानने वाले सब भारतीय मिलकर करेंगे !!!
एक प्रकार से यह प्रस्तावित मंदिर भारतीय सर्व धर्म समन्वय परंपरा का प्रतीक होगा !!!!
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