मुरैना - बढ़ता वीहड़ घटती उपजाऊ भूमि को बचाने हेतु सुजाग्रति संस्था के प्रयास

अध्यक्ष सुजाग्रति समाज सेवी संस्था मुरैना ने बताया कि मुरैना जिले में 35093 हेक्टेयर भूमि वीहड़ म़ें परिवर्तित हो चुकी है। वीहड़ के कारण लोग भूमिहीन एवं बेघर हो कर लाचार गरीब पलायन कर रहे हैं। संस्था द्वारा वीहड़ तथा उपजाऊ भूमि के वीच में डोर वन्दी, जलनिकास नालियां बनाई गयीं जिससे 20 बर्ष तक वीहड़ आगे नही बढे़गा। मुरैना, भिंण्ड और श्योपुर में 1,05,276.402 हेक्टेयर भूमि बीहड़ में परिवर्तित हो चुकी है। जिसमें गुग्गुल, ग्वारपाटा गिलोह, सतावर, इन्नी (अगनीमंथ), वांस, प्रोजेक्ट के तहत लगाये जाऐं जिससे गरीवों की आजीविका चले। ऐसा हमारा सुझाव है। 

कृषि भूमि को बचाने के लिए इस बर्ष सुजाग्रति समाज सेवी संस्था द्वारा ग्राम मसूदपुर में 1,000 मी. डौरबन्दी कराई गई है। व ग्राम विण्डवा चम्बल में पिछले बर्ष 15,00 मी. डोरबन्दी व 4 पक्की जल निकास नालियां तथा एक स्टॉपडैंम सुजाग्रति समाज सेवी संस्था द्वारा जन सहयोग से बनाये गये हैं। इसे देखकर किसान खुद भी इस कार्य को करने लगे हैं। जिससे 336 हेक्टयर उपजाऊ भूमि बीहड़ कटाव से बची। तथा भूमी कटाव एवं जल संरक्षण के लिए ये वरदान साबित होगें

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