शिवपुरी - गड्ढे में गिरकर हुई दो बच्चों की मोत की घटना एवं कलेक्टर ऑफिस में छात्रों को जेल भेजने की धमकी देने के मामले को बाल आयोग ने लिया सज्ञान में

शिवपुरी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के फतेहपुर में अवैध मुरम के भरे गड्ढे में डूब कर हुई दो बच्चों की मोत की घटना को मप्र बाल सरंक्षण अधिकार आयोग ने गंभीरता से लेकर जिला प्रशासन को पत्र लिख कर समूचे घटनाक्रम की जानकारी मांगी है,वही शिवपुरी से जुडी एक और घटना जिसमे छात्र शहर की सड़को के सुधार को लेकर जिला कलेक्टर कार्यलय में कलेक्टर से मिलने पहुँचे थे। जहाँ छात्रों को अधिकारियों द्वारा जेल भेजने की धमकी देने की घटना मीडिया में आई थी,बाल आयोग ने इस मामले को भी सज्ञान में लिया है। दोनों ही घटना को बाल आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेंद्र शर्मा ने मीडिया रिपोर्ट के माध्यम से सज्ञान में लिया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 20 जुलाई को शिवपुरी के फतेहपुर रोड पर अवैध मुरम का उत्खनन के बाद खुले हुए गड्ढे में बारिश का पानी भर जाने से वहाँ खेलने के दौरान अभिषेक तोमर 12 वर्ष, रजत राठौर 12 वर्ष की डूबने से मोत हो गयी थी। मीडिया रिपोर्ट के पड़ने के बाद बाल आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिवपुरी जिला प्रशासन को पत्र लिखकर समूची घटना की जानकारी मांगी है।

उधर शिवपुरी शहर की खस्ताहाल सड़को को लेकर छात्र छात्राओ का प्रतिनिधि मंडल जब कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर से मिलने पहुचा तब अधिकारियों द्वारा छात्रों को वहाँ से वापस जाने को कहा,नही जाने पर उन्हें जेल भिजवाने की धमकी अधिकारियों द्वारा दी गई। यह खबर प्रदेश भर की मीडिया में सुर्खियों में बनी रही जिसे बाल आयोग ने सज्ञान लेते हुए कलेक्टर को पत्र लिखकर उस दिन कलेक्टर कार्यालय में हुई सारी घटना की जानकारी मांगी है।

इस मामले में बाल आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेंद्र शर्मा ने कहा है कि दोनों ही घटना मीडिया के माध्यम से सामने आई है,जिस पर से जिला प्रशासन को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है। वही श्री शर्मा ने कहा कि गड्ढे में डूबकर हुई दोनों बच्चों की मौत की घटना से में बेहद दुःखी हूँ, और इस मामले में जी भी वैधानिक करवाई होगी वह बाल आयोग करेगा।

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