जब चुनाव करीब आते हैं तो देश के सारे राजनीतिक दल भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए आपसी गठजोड़ या महागठबंधन की बातें करने लगते हैं। ...
विगत कुछ वर्षों से राजनीतिक गलियारों में एक नये चलन ने जन्म लिया है, वो है , हिन्दू आतंकवाद , भगवा आतंकवाद , आखिर ये सारे नाम किसी मुस्लिम नेता ने कहा क्या ? वो नेता भी तो हिनदू ही है , क्या बोल जाते हैं, कुछ पता ही नहीं रहता , शायद बहुसंख्यक समाज का विरोध और अल्पसंख्यकों का समर्थन ही धर्मनिरपेक्षता की नई परिभाषा हो। जब भी अयोध्या में राम मंदिर की बात हो , रामसेतू बचाने की बात हो , अमरनाथ श्राईन की बात हो तब धर्मनिरपेक्षता की गहरी नींद में सोने वालों की निंद्रा टूटती है और वो सांप्रदायिकता का राग अलापने लगते है। कष्मीर-कैराना- मुजफ्फरपुर जैसी घटनाओं में इनको सांप्रदायिकता दिखायी देती है। गोधरा कांड में कारसेवकों की निर्मम हत्या हो जाती है ,कश्मीर घाटी में हिन्दुओं को कतार में खड़ा करके गोली मारी जाती है, जेएनयू में भारत के टुकड़े - टुकड़े करने में इनकी धर्मनिरपेक्षता नहीं दिखाई देती , लेकिन जब दंगे होते हैं, तो इनको सांप्रदायिकता दिखाई देती है , ये भी तो देखें कि दंगे किसके शासनकाल में हुए , क्या भाजपा के शासन में या अन्य लोगों के ? म.प्र. , छत्तीसगढ़ , गोवा , राजस्थान , पंजाब में कितने दंगे हुए ? जबकि उ.प्र. की अखिलेश यादव के शासन में सब मिलाकर 40 दंगे हुए , तब भी भाजपा को ही बदनाम किया जाता है। ये लामबंद होकर राष्ट्रवादी विचारों का विरोध करने के बजाय , राष्ट्रहितों की वास्तविक विचार करना शुरू हो तो ऐसी नौबत ही नहीं आती , लेकिन यहाँ तो भाजपा को छोड़कर अन्य सभी दल मुठ्ठीभर लोगों की चाटुकारिता में व्यस्त रहते हैं। कहने को ये सभी दल अलग-अलग हैं, लेकिन ये राष्ट्रवादी विचार के विरोध में सब एक हो जाते है।
/fa-clock-o/ WEEK TRENDING$type=list
-
सिकन्दर लोदी (1489-1517) के शासनकाल से पहले पूरे भारतीय इतिहास में 'चमार' नाम की किसी जाति का उल्लेख नहीं मिलता | आज जिन्हें हम ...
-
जब लोग कहते हैं कि विश्व में केवल एक ही हिन्दू देश है तो यह पूरी तरह गलत है यह बात केवल वे ही कह सकते हैं जो हिन्दू की परिभाषा को नहीं जानते...
-
भावी मेट सकहिं त्रिपुरारी मार्कंडेय ऋषि की आयु ब्रह्मा द्वारा महज 12 वर्ष निर्धारित थी, किन्तु वे चिरजीवी हुए | उनके द्वारा...

RECENT WITH THUMBS$type=blogging$m=0$cate=0$sn=0$rm=0$c=4$va=0
- अखबारों की कतरन
- अपराध
- अशोकनगर
- आंतरिक सुरक्षा
- इतिहास
- उत्तराखंड
- ओशोवाणी
- कहानियां
- काव्य सुधा
- खाना खजाना
- खेल
- गुना
- ग्वालियर
- चिकटे जी
- जनसंपर्क विभाग म.प्र.
- तकनीक
- दतिया
- दुनिया रंगविरंगी
- देश
- धर्म और अध्यात्म
- पर्यटन
- पुस्तक सार
- प्रेरक प्रसंग
- फिल्मी दुनिया
- बीजेपी
- बुरा न मानो होली है
- भगत सिंह
- भारत संस्कृति न्यास
- भोपाल
- मध्यप्रदेश
- मनुस्मृति
- मनोरंजन
- महापुरुष जीवन गाथा
- मेरा भारत महान
- मेरी राम कहानी
- राजनीति
- राजीव जी दीक्षित
- राष्ट्रनीति
- लेख
- विज्ञापन
- विडियो
- विदेश
- विवेकानंद साहित्य
- वीडियो
- वैदिक ज्ञान
- व्यंग
- व्यक्ति परिचय
- शिवपुरी
- संघगाथा
- संस्मरण
- समाचार
- समाचार समीक्षा
- साक्षात्कार
- सोशल मीडिया
- स्वास्थ्य
- हमारा यूट्यूब चैनल
- election 2019
- shivpuri

RANDOM$type=list-tab$date=0$au=0$c=5$src=random-posts
- अखबारों की कतरन
- अपराध
- अशोकनगर
- आंतरिक सुरक्षा
- इतिहास
- उत्तराखंड
- ओशोवाणी
- कहानियां
- काव्य सुधा
- खाना खजाना
- खेल
- गुना
- ग्वालियर
- चिकटे जी
- जनसंपर्क विभाग म.प्र.
- तकनीक
- दतिया
- दुनिया रंगविरंगी
- देश
- धर्म और अध्यात्म
- पर्यटन
- पुस्तक सार
- प्रेरक प्रसंग
- फिल्मी दुनिया
- बीजेपी
- बुरा न मानो होली है
- भगत सिंह
- भारत संस्कृति न्यास
- भोपाल
- मध्यप्रदेश
- मनुस्मृति
- मनोरंजन
- महापुरुष जीवन गाथा
- मेरा भारत महान
- मेरी राम कहानी
- राजनीति
- राजीव जी दीक्षित
- राष्ट्रनीति
- लेख
- विज्ञापन
- विडियो
- विदेश
- विवेकानंद साहित्य
- वीडियो
- वैदिक ज्ञान
- व्यंग
- व्यक्ति परिचय
- शिवपुरी
- संघगाथा
- संस्मरण
- समाचार
- समाचार समीक्षा
- साक्षात्कार
- सोशल मीडिया
- स्वास्थ्य
- हमारा यूट्यूब चैनल
- election 2019
- shivpuri

COMMENTS