शिवपुरी कलेक्टर का तानाशाही पूर्ण रवैया, जनसुनवाई में पत्रकार का कैमरा छीन की सारी रिकॉर्डिंग डिलीट

शिवपुरी, 2 अगस्त (ब्यूरो)। आज कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर राजीव दुबे का उस समय पत्रकारों से विवाद हो गया जब उन्होंने इलैक्ट्रोनिक मीडिया के एक पत्रकार की रिकॉर्डिंग को नष्ट करने को कहा। इसके बाद पत्रकार जनसुनवाई से उठकर चले गए थे और उन्होंने बाहर आकर जोरशोर से नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में पीआरओ अनूप भारती ने मध्यस्थता कर पत्रकारों से कलेक्टर की बातचीत कराई और कलेक्टर द्वारा खेद व्यक्त करने के बाद पूरे मामले का पटाक्षेप हो गया।

हुआ यह कि आज जनसुनवाई के दौरान पेंशन न मिलने से परेशान एक सेवानिवृत्त कर्मचारी ने कलेक्टर को आवेदन दिया। कलेक्टर जब उस वृद्ध व्यक्तिसे बातचीत कर रहे थे उसी दौरान इलैक्ट्रोनिक मीडिया के एक पत्रकार के सहायक ने उक्त बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। यह देखकर कलेक्टर ने उससे रिकॉर्डिंग न करने और हुई रिकॉर्डिंग को डिलीट करने को कहा। इस घटना के बाद जनसुनवाई को कवर कर रहे पत्रकार हॉल से बाहर निकल गए। बाहर आकर पत्रकारों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही जनसंपर्क अधिकारी अनूप भारतीय मौके पर पहुंच गए और उन्होंने कलेक्टर से इस संबंध में चर्चा की। इसका परिणाम यह हुआ कि कलेक्टर ने पत्रकारों को अपने चेम्बर में मिलने के लिए बुलाया। कलेक्टर ने पत्रकारों से कहा कि पिछले 6-7 बार से वह लगातार देख रहे हैं कि जनसुनवाई की सकारात्मक बातों के स्थान पर कुछ पत्रकार नकारात्मक बातों को हाईलाईट कर रहे हैं। जबकि उनमें कोई सच्चाई नहीं रहती। इसी प्रभाव में उन्होंने उक्त पत्रकार को रिकॉर्डिंग करने से रोका था। 15 मिनिट तक दोनों पक्षों के बीच हुई चर्चा के पश्चात कलेक्टर ने पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त किया।

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