अटल जी ने कश्मीर समस्या के सन्दर्भ में एक जुमला बोला – इंसानियत, जम्हूरियत, कश्मीरियत ! इस जुमले को मोदी जी ने भी लपका और तुर्कीबतुर्की ...
हिंदू शैविज्म और सूफी रहस्यवाद की कश्मीरी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाने की जरूरत है । बेनजीर भुट्टो ने एक बार कहा था कि हमारी पांच हजार साल पुरानी संस्कृति है, कोई तो पूछे कि वह पांच हजार साल पुरानी संस्कृति कौन सी थी ? क्या कश्मीरी स्वयं को अपने 5000 साल पहले के पूर्वजों से जोड़ पाएंगे, जो स्वाभाविक ही हिन्दू ही थे ? केवल और केवल तभी कश्मीर शांत हो सकता है, इसे समझना और उन्हें समझाना जरूरी है । लेकिन यह महज जुमलेबाजी से संभव नहीं !

मध्यप्रदेश समाचार
पिछले माह पेज देखे जाने की संख्या
विज्ञापन 2011
/fa-clock-o/ सप्ताह की लोकप्रिय पोस्ट $type=list
-
सिकन्दर लोदी (1489-1517) के शासनकाल से पहले पूरे भारतीय इतिहास में 'चमार' नाम की किसी जाति का उल्लेख नहीं मिलता | आज जिन्हें हम ...
-
( इस लेख का उद्धेश्य किसी वर्ग विशेष की भावनायें आहत करना नहीं बल्कि भगवान बुद्ध के नाम से जातिवाद की गन्दी राजनीति करने वालों की वास्तव...
-
जब लोग कहते हैं कि विश्व में केवल एक ही हिन्दू देश है तो यह पूरी तरह गलत है यह बात केवल वे ही कह सकते हैं जो हिन्दू की परिभाषा को नहीं जानते...
-
वैदिक संध्या पूर्णत वैज्ञानिक और प्राचीन काल से चली आ रही हैं। यह ऋषि-मुनियों के अनुभव पर आधारित हैं वैदिक संध्या की विधि से उसके प्रयोज...
COMMENTS