शिवपुरी। शिक्षा की प्रतिमूर्ति के रूप में माने जाने वाले स्व.प्रो.चन्द्रपाल सिंह सिकरवार विलक्षण शैली और संत प्रवृत्ति के धनी थे उनके आद...

शिवपुरी। शिक्षा की प्रतिमूर्ति के रूप में माने जाने वाले स्व.प्रो.चन्द्रपाल सिंह सिकरवार विलक्षण शैली और संत प्रवृत्ति के धनी थे उनके आदर्श आज भी उनके शिष्यों में देखने को मिलता है हमेशा शिक्षा से वंचित वर्ग के प्रति समर्पण भाव से कार्यरत रहने वाले प्रो.सिकरवार ने सीख दी है कि अपने कर्तव्य पथ की ओर बढ़ते जाओ लेकिन सरल, सहज और मृदुभाषी भी बनो ताकि एक शिक्षक की छवि जो समाज में है वह प्रदर्शित है ऐसी महान विभूति का मैं भी शिष्य रहा हूँ और उनके जन्मोत्सव पर प्रो.सिकरवार स्मृति स मान प्रदाय किया जाना गौरव की बात है आने वाले समय में लोग प्रो.चन्द्रपाल सिंह सिकरवार जैसे संत को ढूंढंगे यह इस सम्मान समारोह से पता चलता है, दो पंक्तियां ईश्वर में विलीन स्व.प्रो.सिकरवार के व्यक्तित्व को यूं प्रदर्शित करती है-
''क्या तुमने कभी ईश्वर को देखा है, क्या ईश्वर ने कभी तु हें देखा है। पर मन में एक विश्वास लिए है, कि शायद उसने(प्रो.सिकरवार)ने मुझको देखा है।।
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