मध्यप्रदेश को बाल हृदय रोग मुक्त प्रदेश बनाया जायेगा, बाल हृदय उपचार योजना को नया रूप मिलेगा

मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को बाल हृदय रोग मुक्त प्रदेश बनाया जायेगा। इसके लिये पूर्व से चल रही मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना को नये स्वरूप में लागू किया जायेगा। योजना में 2 लाख रुपये की वित्तीय सीमा के बंधन को समाप्त किया जायेगा। योजना में अब राशि की कोई सीमा नहीं होगी। हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के इलाज में जितनी भी राशि की जरूरत होगी, राज्य शासन उपलब्ध करवायेगा। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इंदौर में मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना एवं राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत बाल हृदय अभियान के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन इंदौर ने मानवीय एवं संवेदनशील पहल कर हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के नि:शुल्क आपरेशन के लिये यह विशेष अभियान शुरू किया है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने की। इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शंकर लालवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार, विधायक श्री रमेश मैंदोला तथा नगर निगम के पूर्व सभापति श्री कैलाश शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का पता लगाने के लिये विशेष अभियान शुरू किया जायेगा। इस अभियान में चिन्हित बच्चों का विशेषज्ञों के माध्यम से नि:शुल्क इलाज/आपरेशन करवाया जायेगा। इलाज/ऑपरेशन का सभी खर्च राज्य शासन द्वारा उठाया जायेगा। दिल्ली, चैन्नई, मुम्बई सहित अन्य शहरों के बड़े अस्पतालों में भी इलाज/आपरेशन करवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में थेलेसीमिया तथा डायबिटीज से पीड़ित बच्चों के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था भी की जायेगी। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन्दौर जिले में शुरू किये गये बाल हृदय अभियान तथा अंगदान एवं देहदान के लिये शुरू किये गये अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन कार्यों से सही अर्थों में मानव सेवा हो रही है। पीड़ित मानवता की सेवा ही ईश्वर की सच्ची सेवा है। 

मैदांता मेडिसिटी के चीफ कार्डियो सर्जन डॉ.नरेश त्रेहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा आमजन के स्वास्थ्य की संवेदनशीलता के साथ चिंता की जा रही है। बाल हृदय उपचार योजना सहित अनेक अनुठी योजनाएँ शुरू की गयी हैं। इन योजनाओं से पीड़ितों का ही लाभ नहीं हो रहा बल्कि उनके पूरे परिवार और समाज को भी सीधा-सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इंदौर के मैदांता हास्पिटल में शीघ्र ही हार्ट एवं लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी शुरू की जाएगी। 

कलेक्टर श्री पी. नरहरि ने बताया कि इंदौर जिले में हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के चिन्हांकन के लिये गत एक जुलाई से साढ़े चार हजार स्थान पर शिविर लगाये गये। शिविरों में हृदय रोग से पीड़ित 371 बच्चों का चिन्हाँकन इलाज/आपरेशन के लिये किया गया है। इन बच्चों के आपरेशन की शुरूआत आज से की गयी। पहले दिन प्रसिद्ध कार्डियो सर्जन डॉ.नरेश त्रेहान ने स्वयं दो बच्चों के आपरेशन किये। 

मैदांता अस्पताल में 40 बाल हृदय रोगी भर्ती, 13 बाल हृदय रोगी सघन चिकित्सा इकाई में भर्ती

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंदौर के मैदांता अस्पताल में शासन की बाल हृदय उपचार योजना के तहत भर्ती रोगियों से आई.सी.यू. में कुशल-क्षेम पूछी। उन्होंने चिकित्सकों से भी जानकारी ली।

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की बाल हृदय उपचार योजना में इंदौर जिले में 371 बाल हृदय रोगियों का चिन्हाँकन किया गया है। इन्हें इंदौर के बाम्बे हास्पिटल, अपोलो हास्पिटल, मैदांता हास्पिटल, चौइथराम हास्पिटल आदि में भर्ती कराकर मुफ्त ऑपरेशन करवाया जा रहा है। ऑपरेशन का पूरा खर्च शासन उठायेगा।

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें