शिवपुरी - किसानो की आय में दोगुना वृद्धि हेतु कार्ययोजना बनाने में किसानो के भी सुझाव लिए जाएंगे

भारत सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों की आमदनी 05 वर्ष में दुगनी हो और कृषि लाभ का धंधा बने इसके लिए आज कलेक्टर श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में विभिन्न विभागों द्वारा इस दिशा में तैयार की गई कार्य योजना की प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुत कार्य योजना में विभिन्न विभागो द्वारा पांच वर्ष में किसानो की आमदनी दुगनी हो। इसके लिए उनके द्वारा प्रतिवर्ष किए जाने वाले कार्यों एवं नवाचारो की जानकारी पावर पोइन्ट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से दी गई। 

जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में नावार्ड के सहायक प्रबंधक श्री राजा अय्यर, जिला लीड बैंक प्रबंधक श्री सूद, कार्ययोजना के नोडल अधिकारी, उपसंचालक कृषि श्री शाक्यवार एवं उद्यानिकी, पशुपालन, मछलीपालन, सहकारिता, उद्योग के अधिकारी सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक आदि उपस्थित थे। 

कलेक्टर श्री श्रीवास्तव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी विभागों के सहयोग से किसानो की आमदनी पांच वर्षो के अंदर दोगुनी हो इसके लिए सभी के संयुक्त प्रयासो से एक कार्य योजना तैयार करनी है, इस कार्य योजना में जिले के प्रगतिशील कृषको से भी सुझाव आमंत्रित किए जाएगे। इसके लिए 16 सितम्बर को प्रातः 10.30 बजे कृषि विज्ञान केन्द्र पिपरसमां में किसानो की बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें पांच वर्ष में किसानो की आमदनी दोगुना कैसे हो, इसके लिए प्रगतिशील कृषको से प्राप्त सुझाव को जिले की आवश्यकता के अनुरूप कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा।

पावर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से कृषि विभाग सहित अन्य विभागो ने भी तैयार की गई अपने-अपने विभाग की कार्य योजना की प्रस्तुति दी। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री आर.बी.शर्मा ने बताया कि उद्यानिकी के क्षेत्र में कृषको को ड्रिप एरिगेशन एवं उन्नत किस्म के बीजो का उपयोग कर किसान की आय में दोगुना वृद्धि की जा सकती है। इसके साथ ही किसान टिशूकल्चर एवं पोलीहाउस पद्धति से तैयार किए गए पौधो से भी दोगुनी आमदनी ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि क्लिस्टर के रूप में भी मिल्क रूट की तर्ज पर किसानों द्वारा उत्पादित सामग्री को मार्केटिंग प्रदाय कर छोटे किसानों को सीधा लाभ दिलाया जाएगा। 

पशुपालन विभाग के उपसंचालक श्री भदौरिया ने बताया कि कार्ययोजना में किसानो की आमदनी दुगनी कैसे हो इसके लिए उन्हें उन्नत नस्ल के दुधारू पशु पालने के लिए शामिल किया गया है। साथ ही पशुधन बीमा योजना के तहत पशुओ का बीमा कराया जाएगा। जिससे किसी प्रकार की दुघर्टना होने पर किसान को नुकसान न हो सके। किसानों को गोमूत्र के महत्व को बताया जाएगा और उसकी मार्केटिंग की व्यवस्था भी की जाएगी। जिससे किसान को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा। मछली पालन विभाग के सहायक संचालक श्री पालीवाल ने बताया कि मछली पालन के माध्यम से किसानो की आय में पांच वर्ष में आमदनी दोगुनी हो इसके लिए किसानो को छोटे-छोटे तालाब के माध्यम से मछली पालन हेतु सहायता एवं प्रशिक्षण प्रदाय किया जाएगा। आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक श्री धीरज मिश्रा ने बताया कि अतिपिछड़ी सहरिया जनजाति के परिवारों को आधुनिक खेती करने हेतु उन्हें प्रशिक्षण प्रदाय कर आर्थिक सहायता प्रदाय की जाएगी। उद्योग विभाग के सहायक प्रबंधक श्री डी.एस.गौतम ने बताया कि जिले में किसानो द्वारा उत्पादो पर केन्द्रित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग स्थापित करने हेतु युवाओ को विभाग के माध्यम से स्वरोजगार योजनाओं के तहत लाभांवित कर मार्केटिंग की भी व्यवस्था कराई जाएगी।

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